Move to Jagran APP

एसडी की जया रानी और वैशाली ने बीकॉम ऑनर्स में यूनिवर्सिटी में किया टॉप

एसडी पीजी कॉलेज की दो छात्राओं ने बीकॉम आनर्स में यूनिवर्सिटी में टॉप किया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 08 Jul 2018 08:23 AM (IST)Updated: Sun, 08 Jul 2018 08:23 AM (IST)
एसडी की जया रानी और वैशाली ने बीकॉम ऑनर्स में यूनिवर्सिटी में किया टॉप
एसडी की जया रानी और वैशाली ने बीकॉम ऑनर्स में यूनिवर्सिटी में किया टॉप

जागरण संवाददाता, पानीपत : एसडी पीजी कॉलेज की दो छात्राओं ने बीकॉम आनर्स में यूनिवर्सिटी में टॉप किया है। जयारानी ने 4000 में से 3302 अंक प्राप्त कर पहला और वैशाली ने 4000 में से 3292 अंक प्राप्त कर दूसरा स्थान प्राप्त किया है।

loksabha election banner

कॉलेज के प्रधान दिनेश गोयल और प्राचार्य डॉ. अनुपम अरोड़ा ने दोनों छात्राओं का शनिवार को कॉलेज में स्वागत किया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने वाणिज्य विभाग से डॉ. नवीन गोयल, डॉ. एसएन शर्मा, डॉ. सरिता दलाल और प्रो. प्रवीण आर. खेरड़े के प्रयासों की प्रशंसा की। प्राचार्य डॉ. अनुपम अरोड़ा ने बताया कि कॉलेज में बीकॉम ऑनर्स कोर्स 2013-14 में शुरू किया था। कॉलेज के 50 विद्यार्थी यूनिवर्सिटी में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर चुके हैं। प्रधान दिनेश गोयल ने कहा कि जयारानी और वैशाली ने पढ़ाई में खुद को साबित कर समाज को एक नई दिशा दिखाई है। दोनों छात्राओं की यह मिसाल दूसरे विद्यार्थियों के लिए नजीर बनेगी। कोट्स फोटो-26

मुश्किलों में भी लक्ष्य से पीछे नहीं हटी

जया रानी मूल रूप से सफीदों की रहने वाली है। उसने दैनिक जागरण को बताया कि वह सफीदों से पानीपत हर रोज आती-जाती थी। कठिनाइयों का सामना करते हुए लक्ष्य से पीछे नहीं हटी। भविष्य में भी अपने निर्धारित लक्ष्य की तरफ इसी तरह से मेहनत और लगन के साथ आगे बढ़ती रहेगी। पिता राकेश कुमार ने कहा कि बेटी की इस उपलब्धि पर बहुत गर्व महसूस कर रहे है। उनकी पानीपत में ही कोयले की दुकान है। कोट्स फोटो-27

घरौंडा से बस पर आती

मूल रूप से घरौंडा निवासी वैशाली ने अपनी उपलब्धि का श्रेय कॉलेज प्रबंधन, प्राध्यापकों और अपने पिता राजेश कुमार और माता सुदेश रानी को दिया है। उसके पिता और माता ने हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। इनकी प्रेरणा से ही यूनिवर्सिटी में ही अच्छा स्थान पा सकी है। बीकॉम के बाद एमबीए करना चाहती है। वह घरौंडा से पानीपत हर रोज बस में आती-जाती थी। कभी हिम्मत नहीं हारी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.