पानीपत फिल्म पर जाटों में गुस्सा, प्रतिबंध की मांग
फिल्म निर्माता आशुतोष गोवारिकर की फिल्म पानीपत द ग्रेट बिट्रेयल का जिले के जाटों ने विरोध करना शुरू कर दिया है। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति जिला पानीपत के पदाधिकारी बुधवार को मुख्यमंत्री के नाम डीसी सुमेधा कटारिया को ज्ञापन सौपेंगे।
जागरण संवाददाता, पानीपत : फिल्म निर्माता आशुतोष गोवारिकर की फिल्म पानीपत द ग्रेट बिट्रेयल का जिले के जाटों ने विरोध करना शुरू कर दिया है। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति, जिला पानीपत के पदाधिकारी बुधवार को मुख्यमंत्री के नाम डीसी सुमेधा कटारिया को ज्ञापन सौपेंगे।
समिति के राष्ट्रीय सचिव प्रताप दहिया ने वकीलों के चैंबर कॉम्पलेक्स में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि फिल्म में महाराजा सूरजमल का किरदार लालची दिखाया गया है, जबकि मराठा सेनानायक सदाशिव राव भाऊ ने महाराजा का परामर्श नहीं माना, उपेक्षा भी की थी। इसलिए उन्होंने खुद को युद्ध से अलग कर लिया था। पानीपत युद्ध में हार के बाद लौटते मराठाओं को महाराजा सूरजमल और महारानी किशोरी ने छह माह तक पनाह दी थी। युद्ध में जीत के बाद अब्दाली ने जब वसूली के लिए पत्र भेजा तब भी महाराजा ने मदद की थी। जिला प्रवक्ता एडवोकेट जगदीप घणघस ने कहा कि गलत तथ्य प्रस्तुत करने, जाट समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए हरियाणा सरकार को फिल्म निर्माता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराना चाहिए। वक्ताओं ने कहा कि फिल्म पर प्रतिबंध नहीं लगने तक जाट समाज के लोग शांतिपूर्ण आंदोलन करते रहेंगे। इस मौके पर सुरेंद्र मलिक, कैप्टन रामचंद्र, रामकुमार मलिक, राजकुमार, दयानंद और चतुर्भुज आदि मौजूद रहे।