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इस शहर में ठगों का ऐसा जाल, पुलिसकर्मियों की पत्नियों तक से कर गए ठगी Panipat News

जन चेतना मार्केटिंग नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने ड्रा के नाम पर कई लोगों से ठगी की। पीडि़तों में कई पुलिसकर्मियों की पत्नी भी शामिल हैं।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Tue, 24 Dec 2019 09:53 AM (IST)Updated: Tue, 24 Dec 2019 09:58 AM (IST)
इस शहर में ठगों का ऐसा जाल, पुलिसकर्मियों की पत्नियों तक से कर गए ठगी Panipat News
इस शहर में ठगों का ऐसा जाल, पुलिसकर्मियों की पत्नियों तक से कर गए ठगी Panipat News

पानीपत, जेएनएन। शहर में ठगों का जाल फैला है। आम आदमी ही नहीं पुलिसकर्मियों के परिवार भी शिकार हो रहे हैं। पुलिसकर्मियों की पत्नियों समेत दी 178 लोगों से 15.37 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। जन चेतना मार्केटिंग नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने ड्रॉ में एक से पांच लाख रुपये, कार व बाइक का झांसा दे न्यू पुलिस लाइन के पुलिसकर्मियों की पत्नियों और उनके परिचितों को शिकार बनाया। आरोपित ने पीडि़त महिला को बदमाशों से पिटवाने और मारने की धमकी दी। पुलिस ने कंपनी निदेशक समेत पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।

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न्यू पुलिस लाइन में रहने वाले एवं आइजी कार्यालय में तैनात क्लर्क जोगिंद्र की पत्नी सुनीता ने एसपी को शिकायत दी है कि असंध रोड पर जनचेतना मार्केटिंग नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का कार्यालय है। कंपनी के निदेशक सोनीपत के खेड़ी तगा गांव के सुशील त्यागी किसी परिचित के माध्यम से वर्ष 2015 में उनेके घर आया था। उसने कंपनी की आरडी की 21 महीने की स्कीम है। इसके लिए सदस्य बनाने होंगे। हर महीने प्रत्येक सदस्य से 500 से 1500 रुपये लेने होंगे। हर महीने लकी ड्रॉ निकाला जाएगा। एक से पांच लाख रुपये तक का इनाम निकलेगा। जीवन भर वेतन और रिवार्ड दिया जाएगा। मैच्योरिटी पूरी होने पर सदस्य को ब्याज सहित राशि दी जाएगी। 

उसने कंपनी में 250 सदस्य जोड़े। जिनमें से 183 सदस्यों की मैच्योरिटी पूरी हो चुकी है। वर्ष 2017 में 75 सदस्यों के रुपये वापस कर दिए थे। 108 सदस्यों की मैच्योरिटी पूरी होने के बाद भी उन्हें रुपये नहीं दिए गए। 70 सदस्यों की 15 से 20 किश्तें जमा थी। वह कार्यालय गई तो अकाउंटेंट मोहित व सविता वर्मा ने बताया कि जितनी भी किश्त मिली है उनके ब्याज समेत रुपये वापस किए जाएंगे। एक साल बाद भी रुपये नहीं लौटाए। कार्यालय भी बंद कर दिया गया। 7 मई 2019 को वह कंपनी के सोनीपत की सिक्का कॉलोनी स्थित कार्यालय गईं। वहां पर मोहित, सविता और सुशील त्यागी ने मारने की धमकी दी। सुशील त्यागी की तरफ 108 सदस्यों की मैच्योरिटी के रुपये, 70 सदस्यों के किश्तों के रुपये व ब्याज, उसका तीन महीने का वेतन, 50 हजार रुपये के रिवार्ड और 11 हजार रुपये के बांड बकाया है। 

इनके खिलाफ हुआ केस दर्ज

जांच अधिकारी थाना शहर के एसआइ सुरेश कुमार ने बताया कि कंपनी के निदेशक सुशील त्यागी, उसकी पत्नी सिमरन और नीलम के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। पीडि़त महिला के पति आइजी कार्यालय में क्लर्क है। 

पहले भी थाना शहर में है मामला दर्ज

न्यू पुलिस लाइन में रहने वाले सुभाष नरवाल की पत्नी सुमन ने 19 मार्च 2018 को थाना शहर में जन चेतना कंपनी के निदेशक सुशील, मोहित व अकाउंटेंट सीमा बंसल के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया था। सुमन ने एसपी कार्यालय के बाहर बैठने की धमकी दी थी। इसके बाद ही पुलिस ने कार्रवाई की।  

पतियों को बिना बताए भरे थे फार्म

सुमन का कहना है कि पुलिसकर्मियों की पत्नियां व उनके रिश्तेदार भी ठगी की शिकार हुई हैं। इनमें अधिकतर के फार्म उसी ने भर रखे हैं। ठगी जा चुकी महिला सुनीता, सुदेश, कविता, अनीता, निशा व सुमन ने बताया कि उन्होंने अपने पति के बिना बताए फार्म भरे थे।

बहन कहकर विश्वास जीता

सुमन ने बताया कि कंपनी का निदेशक सुशील त्यागी सोनीपत के खेड़ी तगा का रहने वाला है, जबकि वह सनपेड़ा गांव की रहने वाली है। इसी वजह से सुशील उसे बहन कहता था। उसके कहने पर उसने 200 सदस्य बनाए तो उसे 10 हजार का वेतन भी मिला। इसके बाद उसने करीब 1200 सदस्य जोड़े।


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