Electricity News: यमुनानगर में जगमग योजना से पड़ोसियों का घर कर दिया जगमग, बिल भर रहा रामकुमार, पढ़ें पूरी खबर
Electricity News बिजली निगम ने जगमग योजना के तहत बिजली मीटर खंभों पर लगाए थे। बिजली निगम के कर्मचारियों ने पड़ोसी का कनेक्शन रामकुमार के मीटर में कर दिया। जबकि रामकुमार के घर सप्लाई डायरेक्ट कर दी। पड़ोसियों द्वारा घर में एसी लगाया हुआ था।
यमुनानगर, जागरण संवाददाता। Electricity News: बिजली निगम के कर्मचारियों की लापरवाही का खामियाजा जटेहड़ी निवासी रामकुमार चार साल से भुगत रहा है। बिजली निगम ने जगमग योजना के तहत बिजली मीटर खंभों पर लगाए थे। बिजली निगम के कर्मचारियों ने पड़ोसी का कनेक्शन रामकुमार के मीटर में कर दिया। जबकि रामकुमार के घर सप्लाई डायरेक्ट कर दी। पड़ोसियों द्वारा घर में एसी लगाया हुआ था। जिसके कारण अब बिल ज्यादा आने लगा तो अधिकारियों को शिकायत दी।
बिल ज्यादा आया तो मीटर पर गया ध्यान
पड़ोसी ने अपने घर में गर्मी से बचाव के लिए एसी लगवाया हुआ है। इस बार गर्मी भी बहुत ज्यादा पड़ रही है। जिस कारण एसी दिनरात चल रहा है। इससे रामकुमार का बिल भी ज्यादा आने लगा। जब हजारों रुपये का बिल आने लगा तो वह मीटर को देखने के लिए गया। उसने मीटर को देखा तो हैरान रह गया। उसके मीटर में पड़ोसियों के घर की तार लगी थी। जबकि उसकी तार को बिजली निगम के कर्मचारियों ने डायरेक्ट जोड़ा हुआ था। यह देख कर वह हैरान रह गया। उसने इस बारे में पड़ोसियों से बात की तो उन्होंने धमकी दी कि यदि यह बात उसने किसी को बताई तो वह उसे जान से मार देंगे।
बिजली निगम के कर्मचारी संदेह के घेरे में
एक घर का कनेक्शन दूसरे के मीटर में करना काेई आसान बात नहीं है। जबकि एक परिवार का कनेक्शन सीधे सप्लाई से जोड़ दिया गया। ऐसे में बिजली निगम के कर्मचारी भी संदेह के घेरे में हैं। क्योंकि बिना मिलीभगत के दूसरे के मीटर में कनेक्शन करना आसान नहीं है। मान लिया यह गलती से हो गया होगा परंतु दूसरे परिवार की सप्लाई को सीधे मुख्य तार में जोड़ देना तो गलती नहीं हो सकती। ऐसे में गाज निगम कर्मचारियों पर भी गिर सकती है।
चार साल में भर दिया लाखों रुपये बिल
रामकुमार ने बताया कि चार साल पहले उनके गांव में मीटर जगमग योजना के तहत घरों के अंदर से उतार कर बाहर पोल पर लगाए गए थे। चार साल से वह पड़ोसियों का बिल भर रहा है। वह मीटर को नहीं देखता तो शायद इसका पता भी नहीं चलता। पड़ोसी अब उसे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। यह मामला वह एसडीओ के संज्ञान में भी लाए थे परंतु उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई।