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एमएसएमई उद्योगों में करोड़ों का निवेश, 10 लाख लोगों को रोजगार Panipat News

पानीपत के टाउन हाल मीटिंग में केंद्रीय बैंक आरबीआइ के अधिकारियों ने एमएसएमई उद्योगों बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि 100000 उद्योग प्रदेश में लगे हुए हैं।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Thu, 06 Feb 2020 12:43 PM (IST)Updated: Thu, 06 Feb 2020 12:54 PM (IST)
एमएसएमई उद्योगों में करोड़ों का निवेश, 10 लाख लोगों को रोजगार Panipat News
एमएसएमई उद्योगों में करोड़ों का निवेश, 10 लाख लोगों को रोजगार Panipat News

पानीपत, जेएनएन। भारतीय रिजर्व बैंक चंडीगढ़ के क्षेत्रीय निदेशक जेके पांडे ने कहा कि देश के आर्थिक विकास में सूक्ष्म, मंझौले उद्योगों (एमएसएमई) की महत्वपूर्ण भूमिका है। कोई भी सरकार (केंद्र व राज्य) इनकी महता को नकार नहीं सकती। अकेले हरियाणा में लगे इन उद्योगों में 20 हजार करोड़ का निवेश हुआ है। एक लाख उद्योग लगे हुए हैं जिनमें 10 लाख लोगों को रोजगार मिला हुआ है। जीडीपी की ग्रोथ, विदेशी मुद्रा दिलाने में इन उद्योगों का बड़ा हाथ है। इन उद्योगों के अधिक विकास के लिए केंद्र, राज्य, आरबीआई प्रयासरत है। बजट में भी इन उद्योगों पर फोक्स किया गया है। 

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जेके पांडे स्थानीय आईफिल ग्रांड होटल में उद्योगपतियों और बैंकों के वरिष्ट अधिकारियों की टाउन हाल बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि इस बैठक का उद्देश्य उद्यमियों, बैंकर्स से फीड बैक लेना है। ताकि उद्योगों का बढ़ावा मिले। 

 Panipat

बैंक रिस्क लें 

आरबीआइ क्षेत्रीय निदेशक ने कहा कि कुछ उद्योगपति व बैंकिंग संस्थाएं ऋण देते व लेते वक्त जोखिम उठाना नहीं चाहते, उद्योग के विकास में यह सोच ही सबसे बड़ी रूकावट बन जाती है इसीलिए उद्योगपति व बैंक अधिकारियों को एक दूसरे पर विश्वास करके आगे बढऩा होगा। असंगठित क्षेत्र उद्योगों को बैंकिंग सिस्टम के साथ जोड़ा जाना चाहिए। 60 प्रतिशत ऋण सूक्ष्म, मंझौले उद्योगों देना चाहिए। सूक्ष्म उद्योग कलस्टर बनाकर भी प्रगति कर सकते हैं।

कार्यक्रम में पानीपत एक्सपोर्ट एसोसिएशन के प्रधान ललित गोयल, हरियाणा चैंबर ऑफ कॉमर्स के चेयरमैन विनोद खंडेलवाल, निर्यातक रमेश वर्मा, उद्यमी सुखबीर मलिक, एचएस धम्मू, राजीव अग्रवाल विनोद ग्रोवर, श्रीभगवान अग्रवाल ने उद्योगों के सक्षम ऋण संबंधी समस्या पर विचार व्यक्त किए। 

खंडेलवाल ने कहा कि उद्योगों के विकास के लिए बैंक ऋण दरें कम होनी चाहिए। बिना कलेक्टर सिक्योरिटी के ऋण देने में बैंक आना कानी कर रहे हैं। निर्यातक रमेश वर्मा ने कहा कि पानीपत में लघु उद्योगों की विकास की काफी संभावनाएं है। इन्फ्रास्ट्रक्चर से लेकर ऋण सुविधाएं, प्रशिक्षित लेबर की जरूरतें पूरी होनी चाहिए। 

 कार्यक्रम में सिडबी के एजीएम संतोष राय मोर व पीएनबी करनाल के सर्कल हैड केके सिंगला ने उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए जारी ऋण योजनाओं की जानकारी दी। आरबीआई चण्डीगढ़ के जीएम अनिल कुमार यादव, डीडीएम नाबार्ड संजय कुमार हरियाणा सर्व ग्रामीण बैंक के आरएम पीएस संधू, पानीपत अर्बन को-आपरेटिव बैंक के चेयरमैन ओपी शर्मा ने अपने विचार व्यक्त किए।


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