Cryptocurrency में सावधानी से करें निवेश, साइबर ठग ट्रेडिंग के नाम पर ऐसे करते हैं ठगी
Cryptocurrency के नाम पर साइबर ठगी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। साइबर ठग ट्रेडिंग के नाम पर ठगी की वारदातों को अंजाम देते हैं। ऐसे में आप क्रिप्टो करंसी में सावधानी से निवेश करें। साथ ही आपको कुछ बातों का ध्यान रखने की जरूरत है।
कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। साइबर अपराधी अपराध करने के नए नए तरीके अपना रहे हैं। साइबर अपराधी मोबाइल उपयोगकर्ताओं के लिए विकसित किए गए नकली क्रिप्टो करंसी ट्रेडिंग के माध्यम से निवेश कर कम दिनों में उच्च रिटर्न देने के नाम पर लोगों को आकर्षित कर ठगी का शिकार बना रहे हैं। जालसाज सोशल मीडिया और डेटिंग साइट पर लोक लुभावन स्कीम के बारे में विज्ञापन के रूप में लिंक भेजते हैं।
ऐसे देते है घटना को अंजाम
क्रिप्टो करंसी में निवेश के नाम पर पीड़ित से संपर्क करते है और उनसे दोस्ती करते है। विश्वास हासिल करने के बाद पीड़ित को एक क्रिप्टो करंसी ट्रेडिंग एप डाउनलोड करने के लिए मना लिया जाता है और पीड़ित को एक लिंक भेजा जाता है। जिससे पीड़ित को एप इंस्टाल करने के लिए कहा जाता है। क्रिप्टो करंसी ट्रेडिंग के लिए एप पर वालेट के साथ एक खाता बनाकर कुछ क्रिप्टो करंसी खरीदने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है । इसको अपने वालेट में स्थानांतरित करने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाता है । जब पीड़ित क्रिप्टो करंसी खरीद लेता है और उन्हें अपने खाते में स्थानांतरण करने के लिए कहता है तो साइबर ठग बहाने बनाना शुरू कर देते हैं। अंत में स्कैमर्स पीड़ित के खाते को ब्लाक कर देते है और निवेश की गई राशि ठग लेते हैं। जालसाजों की ओर से पीड़ित से संपर्क को समाप्त कर दिया जाता है। इस प्रकार पीड़ित जालसाजों की ठगी का शिकार हो जाता है।
इन बातों का रखें ध्यान
पुलिस अधीक्षक डा. अंशु सिंगला ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि किसी भी इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफार्म पर अज्ञात लिंक पर क्लिक करने से बचें। यदि कोई व्यक्ति सोशल मीडिया पर विशेष रूप से क्रिप्टो करंसी के माध्यम से निवेश पर उच्च रिटर्न का वादा करता है तो पूर्ण सत्यापन के बाद ही राशि निवेश करें। किसी प्रकार की अज्ञात थर्ड पार्टी मोबाइल एप इंस्टाल करने से बचें। कोई भी जानकारी सांझा करने से पहले उसके बारे में अच्छी तरह से जानकारी जुटा लें। साइबर सुरक्षा के बारे में अधिक जानने के लिए टवीटर पर @साइबर दोस्त को फोलो करें या साइबर क्राइम डाट जीओवी डाट इन पोर्टल की मदद लें।