International Geeta Jayanti Festival 2019: कवि कुमार विश्वास ने कहा, हैदराबाद एनकाउंटर से कानून पर भरोसा बढ़ा
International Geeta Jayanti Festival 2019 में कवि कुमार विश्वास व गजेंद्र सोलंकी पहुंचे। उन्होंने न सिर्फ सांस्कृतिक संध्या में समा बांधा बल्कि दर्शकों से दिल खोलकर बात की।
पानीपत/कुरुक्षेत्र, जेएनएन। International Geeta Jayanti Festival 2019 हैदराबाद में सामूहिक दुष्कर्म के बाद महिला डॉक्टर की हत्या करने के चारों आरोपितों को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया तो देशभर में इसकी चर्चा हुई। इससे अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव भी अछूता नहीं रहा। महोत्सव के कवि सम्मेलन में पहुंचे कवियों ने एनकाउंटर को सही ठहराया। कुमार विश्वास ने कहा कि हैदराबाद में चारों अपराधियों को मारना प्रशंसनीय कार्य है। इस घटना से आम आदमी का कानून पर भरोसा बढ़ गया है। आज अगर कहीं द्रोपदी चीरहरण होता है तो क्यों नहीं कोई भीम गदा उठाता, क्यों नहीं कोई अर्जुन गांडीव उठाता।
कुमार विश्वास जैसे ही मंच पर अपनी प्रस्तुति देने के लिए पहुंचे तो पंडाल में दर्शकों ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया। कुमार विश्वास ने कहा कि कुरुक्षेत्र की भूमि पर भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया। आज इस भूमि पर गीता के उपदेशों की सर्वाधिक आवश्यकता है। नई परिभाषा, नए तरीके से भगवान श्रीकृष्ण के मार्ग पर चलने की जरूरत है। युवाओं को आज गीता के उपदेशों का मनन करने की जरूरत है। इस पावन धरा पर सभी धर्मों और जातियों को गीता के उपदेश ग्रहण करने चाहिए और कृष्ण की वाणी को स्वीकार करना चाहिए। इतना ही नहीं पवित्र ग्रंथ गीता को पढ़कर सत्य को जानने की जरूरत है। गीता पढऩे से साहस आता है और इस साहस से देश के लिए कुछ किया जा सकता है।
कवि गजेंद्र सोलंकी ने बलिदानों का सम्मान करने, घाटी के चप्पे-चप्पे पर हिंदुस्तान का नाम लिखने के साथ-साथ अन्य कविताओं के माध्यम से वीरों की शहादत, सिख गुरुओं की वाणी और दसवें गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज द्वारा पूरे परिवार के साथ देश के लिए बलिदान देने पर सम्मान दिया।
सम्मेलन में मंत्री कमलेश ढांडा, सांसद नायब सिंह सैनी, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, विधायक विनोद भयाना, पूर्व विधायक डॉ. पवन सैनी, उपायुक्त डॉ. एसएस फुलिया, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, जिला परिषद के चेयरमैन गुरदयाल सुनहेडी ने दीपशिखा प्रज्वलित की। इस दौरान उपायुक्त डॉ. एसएस फुलिया ने सभी मेहमानों को स्मृति चिन्ह और शॉल भेंटकर सम्मानित किया।