International Day of Disabled Persons 2019: आसमान की बुलंदियों तक चमकाया स्पेशल स्कूल के छात्रों ने अपना नाम
International Day of Disabled Persons 2019 आर्मी क्षेत्र में चल रहे दो स्पेशल स्कूल। इन स्कूल के बच्चों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहचान बना चुके हैं।
पानीपत/अंबाला, जेएनएन। International Day of Disabled Persons 2019 स्पेशल बच्चों (मानसिक रूप से दिव्यांग) के लिए स्कूल वरदान बन कर सामने आए हैं। यह वे स्कूल हैं, जिनके स्पेशल बच्चों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर की ऊंचाइयों को छुआ है। बच्चों को जहां नई राह दिखाई है, वहीं उनको जीवन में आत्मनिर्भर भी बनाया है। आर्मी क्षेत्र में कैंटोनमेंट बोर्ड द्वारा चलाया जा रहा वात्सल्य स्कूल व आर्मी वाइव्ज वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा चलाया जा रहा आशा स्कूल इन बच्चों को खास तरीकों से शिक्षित कर रहा है। इसके अलावा अंबाला छावनी के रामबाग रोड पर चल रहा स्कूल पवित्र धाम भी हीयरिंग इंपायर्ड (सुनने की क्षमता नहीं होना) बच्चों को नई दिशा देने में जुटा है। इसके अलावा अंध विद्यालय, उम्मीद संस्था भी स्पेशल बच्चों को शिक्षा दे रही हैं।
वात्सल्य स्कूल : तांशू स्पीड स्केटिंग में इंटरनेशनल लेवल पर पहुंचा
अंबाला छावनी के सेना क्षेत्र में कैंटोनमेंट बोर्ड द्वारा स्पेशल स्कूल वात्सल्य के छात्र नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं। शिक्षा ही नहीं खेलों में भी बच्चे अपनी पहचान बना रहे हैं। इस स्कूल का तांशू स्वीडन में होने वाले स्पेशल ओलंपिक 2021 वर्ल्ड विंटर गेम्स की स्पीड स्केटिंग में देश का प्रतिनिधित्व करेगा। इसके अलावा इसी स्कूल से एकांश मल्होत्रा, अंशु, देवांश भी नेशनल में अपनी चुनौती पेश कर रहे हैं। खास यह है कि स्कूल के चार बच्चे ऐसे हैं जो इस स्कूल में शिक्षा हासिल करने के बाद प्राइवेट स्कूल में सामान्य बच्चों के साथ शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। स्कूल के प्रिंसिपल यशपाल कुमार ने बताया कि करीब आठ बच्चों के साथ इस स्कूल को शुरू किया गया था, जबकि आज इस स्कूल में करीब सौ बच्चे पढ़ रहे हैं।
आशा स्कूल : रोलर हॉकी में राजप्रीत ने आस्ट्रेलिया में किया नाम रोशन
आर्मी वाइव्ज वेलफेयर एसोसिएशन (आवा) द्वारा संचालित आशा स्कूल स्पैशल बच्चों को बेहतर शिक्षा देने में जुटा है। इसी स्कूल की छात्रा राजप्रीत कौर ने रोलर हॉकी में 2017 में आस्ट्रेलिया में हुई वल्र्ड रोलर हॉकी में भारत की ओर से भाग लिया। इस स्कूल की शुरुआत 1995 में 6 छात्रों से हुई, जबकि यहां पर अब 47 छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इस स्कूल से छह विद्यार्थी नार्मल स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। स्कूल संचालकों ने बताया कि विद्यार्थियों को बेहतर तरीके से पढ़ाया जा रहा है, जबकि खेलों में बच्चे काफी ऊंचाइयां छू रहे हैं।
पवित्र धाम : अर्जुन अवार्डी अंजू दुआ ने यहीं से बढ़ाए कदम
अंबाला छावनी के रामबाग रोड पर स्थित रोटरी स्कूल फॉर हीयरिंग इंपायर्ड स्कूल 1984 में शुरू किया गया, जिसमें मात्र छह विद्यार्थियों ने एडमिशन लिया। इनमें ही खेल विभाग में बतौर जिमनास्टिक कोच अंजु दुआ भी इन छह विद्यार्थियों में शामिल रहीं। आज इस स्कूल में 120 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।