शिक्षा विभाग की पहल, स्कूल से ड्रापआउट बच्चों का तीसरी बार होगा सर्वे
शिक्षा विभाग ने ड्राप आउट बच्चों के लिए पहल की है। शिक्षा विभाग एक बार फिर से ड्राप आउट बच्चों के लिए सर्वे कराएगा। पिछले सर्वे में जिला कुरुक्षेत्र से 841 बच्चे मिले थे ड्राप आउट। 841 में से 609 बच्चों का विभाग ने करा दिया था स्कूलों में दाखिला।
कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। स्कूल से ड्राप आउट बच्चों का तीसरी बार शिक्षा विभाग सर्वे कराएगा। जिसका मुख्य उद्देश्य ड्राप आउट बच्चों का दोबारा से स्कूल में दाखिला करा कर मुख्यधारा से जोड़ना है। सर्वे कार्य खंड से लेकर जिला स्तर तक किया जाएगा। इस काम में पंचायत राज, महिला एवं बाल विकास विभाग, समाज कल्याण विभाग, सामाजिक संस्थाओं का सहयोग भी लिया जाएगा। इसको लेकर हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से सर्वे का एक अलग से फार्मेट तैयार कर सभी जिला शिक्षा कार्यालयों में भिजवा दिया गया है।
समग्र शिक्षा से सहायक परियोजना समन्वयक संजय कौशिक ने बताया कि शिक्षा विभाग की ओर से यह तीसरी बार सर्वें कराया जा रहा है। इससे पहले दो बार सर्वें कराकर विभाग ने परिषद और शिक्षा निदेशालय को भेज दिया है। पिछले दो सर्वे में विभाग को जिला कुरुक्षेत्र में 841 बच्चे ड्राप आउट श्रेणी में मिले थे। जिनमें से जिला शिक्षा विभाग की ओर से 609 बच्चों को घर से नजदीक रहे सरकारी स्कूलों में दाखिला दिलवा दिया था। इनमें 232 बच्चे अभी भी मुख्यधारा से जुड़ने के लिए बचे हुए है। विभाग की ओर से अंतिम सर्वे मार्च माह में कराया गया था। अबकी बार विभाग की ओर से नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को ध्यान में रखते हुए तीसरा सर्वे कराया जाएगा। सर्वे में सामने आने वाले बच्चों का भी स्कूलों में दाखिला करवाया जाएगा।
कूड़ा बिनने बच्चे भी सर्वे में होंगे शामिल
अधिकारियों ने बताया कि कैटिगरी अनुसार कूड़ा बिनने वाले बच्चे, गली में घूमने वाले, होमलेस, माइग्रेट जैसे बच्चों की पहचान सर्वे के माध्यम से की जाएगी। हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से सर्वे कराया जा रहा है। शिक्षा के अधिकार के तहत शैक्षणिक सत्र 2022-2023 के लिए सामने आने वाले बच्चों का दाखिला स्कूलों में कराया जाएगा। पिछले साल हुए सर्वे में 841 बच्चों की पहचान शिक्षा विभाग की ओर से गई थी, जिनमें से 609 बच्चों को एनजीओ के माध्यम से पढ़ाया जा रहा है।
जिला स्तरीय कमेटी का होगा गठन
ड्राप आउट बच्चों का सर्वे करने और आनलाइन डाटा फीड करने के लिए जिला स्तरीय कमेटी गठित की जाएगी। जिला स्तरीय कमेटी में डीईओ, डीईईओ, एनजीओ, बीईओ, कलस्टर हेड, सहयोगी विभागों के अधिकारी शामिल होंगे। खंड स्तर पर नोडल अधिकारी बीईओ रहेंगे। कलस्टर पर कलस्टर हेड, स्कूल स्तर पर स्कूल का मुखिया हेड बनाया जाएगा। इन सबकी जिम्मेदारी परिषद ने तय की है। इन बच्चों का डाटा आनलाइन कंप्यूटर पर फीड किया जाएगा।
हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से तीसरी बार ड्राप आउट बच्चों का सर्वे कराने के आदेश जारी किए गए है। सर्वे के लिए टीमें गठित करने से संबंधित अधिकारियों की मीटिंग ली जा चुकी है।
विनोद कौशिक, डीपीसी, समग्र शिक्षा, कुरुक्षेत्र।