रेलवे का बड़ा फैसला, मेल और एक्सप्रेस की तर्ज पर चलेंगी पैसेंजर ट्रेनें, देना होगा अतिरिक्त किराया
भारतीय रेलवे ने बड़ा फैसला लेते हुए रेल यात्रियों की सुविधाओं में इजाफा किया है। मेल और एक्सप्रेस की तर्ज पर पैसेंजर ट्रेनों को चलाया जाएगा। बठिंडा पटियाला और धूरी के बीच अंबाला से संचालित होंगी अनारक्षित ट्रेन दैनिक यात्रियाें को मिलेगा फायदा।
अंबाला, जागरण संवाददाता। रेलवे ने एक बार फिर यात्रियों को राहत दी है। रेलवे ने यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी करते हुए अंबाला से पंजाब की तरफ अनारक्षित ट्रेनों के संचालन का फैसला किया है। यह ट्रेनें मेल एक्सप्रेस की तर्ज पर चलेंगी। इन ट्रेनों में यात्रियों को 10 से 15 रुपये का अतिरिक्त किराया देना होगा।
जबकि कोरोना से पहले इन रूट पर चलने वाली ट्रेनें दैनिक श्रेणी के तहत चलती थी। इनमें मेमू और डीएमयू ट्रेनों का संचालन किया जा रहा था। जबकि नाम व नंबर परिवर्तित करके ही दोबारा इन्ही ट्रेनों को रेलवे ट्रैक पर चलाने की तैयारी रेलवे ने शुरु कर दी है।
बठिंडा-अंबाला
ट्रेन नंबर 04520 बठिंडा-अंबाला अनारक्षित का संचालन 12 जुलाई से आरंभ हो जाएगा। बठिंडा रेलवे स्टेश से ट्रेन शाम 5.55 बजे रवाना होकर रात 11 बजे अंबाला छावनी पहुंचेगी। बीच रास्ते ट्रेन भुच्चु, रामपुरा फुल, तपा, बरनाला, धूरी, नाभा, पटियाला, राजपुरा, शंभु और अंबाला शहर रेलवे स्टेशनों पर ठहरेगी।
अंबाला-पटियाला-अंबाला
ट्रेन नंबर 04549 अंबाला-पटियाला 13 जुलाई से चलेगी। अंबाला से ट्रेन सुबह 7.50 बजे रवाना होकर सुबह 9 बजे पटियाला पहुंचेगी। वापसी में ट्रेन नंबर 04550 पटियाला रेलवे स्टेशन से शाम 5.15 रवाना होकर शाम 6.35 बजे अंबाला छावनी पहुंचेगी। बीच रास्ते ट्रेन अंबाला शहर, शंभु, राजपुरा, कौली व दाऊकलां रेलवे स्टेशनों पर दोनों दिशाओं में रुकेगी।
अंबाला-धूरी
ट्रेन नंबर 04531 अंबाला-धूरी 11 जुलाई से चलेगी। अंबाला से ट्रेन शाम 5.35 बजे रवाना होकर शाम 7.50 बजे धूरी पहुंचेगी। ट्रेन बीच रास्ते अंबाला शहर, शंभु, राजपुरा, कौली, दाऊकलां, पटियाला, पटियाला कैंट, धबलान, नाभा, ककराला, छिंतावाला व कुलसेरी रेलवे स्टेशनों पर ठहरेगी।
धूरी-बठिंडा
ट्रेन नंबर 04519 धूरी-बठिंडा 12 जुलाई से चलेगी। धूरी से ट्रेन सुबह 6.10 बजे रवाना होकर सुबह 8 बजे बठिंडा पहुंचेगी। बीच रास्ते बरनाला, तपा, रामपुरा फुल व भुच्चु रेलवे स्टेशनों पर ठहरेगी।
52 प्रतिशत ट्रेनों का संचालन बाकी
दैनिक यात्रियों से जुड़ी ट्रेनों का संचालन अभी 48 प्रतिशत तक हो पाया है जबकि 52 प्रतिशत ट्रेनों के जुलाई में संचालन की पूरी उम्मीद है। आमजन से जुड़ी ट्रेनों के संचालन से रेलवे की प्रत्येक सुविधा जुड़ी हुई है। इससे रेलवे के राजस्व में भी बढ़ोतरी होती है। ट्रेनों के चलने का खामियाजा अगर दैनिक यात्री भुगत रहे हैं तो इससे रेलवे को भी नुकसान हो रहा है। हालांकि इस संबंध में मुख्यालय से लगातार पत्राचार किया जा रहा है ताकि कोविड काल से बंद सभी ट्रेनों का संचालन पूर्व की तरह हो सके।
-हरि मोहन, वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक, अंबाला मंडल।