भावांतर भरपाई योजना में कई बदलाव, फसलों के संरक्षित मूल्यों में भी बढ़ोतरी Panipat News
बागवानी उत्पादकों के लिए मंडी में उत्पादन के कम दाम मिलने पर सरकार द्वारा भरपाई करने की भावांतर भरपाई योजना है। सरकार ने आवेदन से लेकर बिक्री अवधि के समय में इसमें बदलाव किया।
पानीपत, [रामकुमार कौशिक]। भावांतर भरपाई योजना में आने वाली फसलों के संरक्षित मूल्यों में सौ रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बढ़ोतरी हुई है। साथ ही पंजीकरण से लेकर सत्यापन और बिक्री अवधि के समय में भी बदलाव किया गया है। उक्त योजना में आलू, प्याज, टमाटर व फूलगोभी शामिल है। ये बागवानी उत्पादकों के लिए मंडी में उनके उत्पादन के कम दाम मिलने पर सरकार द्वारा भरपाई करने की एक योजना है। पिछले साल जिले से 819 किसानों ने योजना के तहत पंजीकरण कराया था।
एक जनवरी 2018 को बागवानी फसलों के लिए भावांतर भरपाई योजना की शुरुआत हुई थी। इसका लाभ लेने के लिए किसान को बिजाई अवधि के दौरान मार्केटिंग बोर्ड की वेबसाइट पर बागवानी भावांतर योजना पोर्टल के माध्यम से पंजीकरण करवाना होता है। स्कीम का लाभ भूमि मालिक, पट्टेदार या किराये पर काश्तकार तक लेने के पात्र हैं।
निर्धारित उत्पादन
योजना के अंतर्गत शामिल फसलों पर 48 से 56 हजार रुपये प्रति एकड़ आमदनी सुनिश्चित करना है। इसको लेकर उत्पादन भी निर्धारित किया गया है। इतने तक ही भावांतर के तहत भरपाई की जाती है। इसमें आलू 120, प्याज 100, टमाटर 140 व फूलगोभी 100 क्विंटल प्रति एकड़ है। इससे ज्यादा उत्पादन पर कोई भरपाई नहीं होती है।
संरक्षित मूल्यों में हुई है बढ़ोतरी
जिला उद्यान अधिकारी महावीर शर्मा ने बताया कि भावांतर भरपाई योजना में जिन फसलों की शामिल किया गया है, उनके संरक्षित मूल्यों में सौ रुपये प्रति क्विंटल तक की बढ़ोतरी हुई है। पंजीकरण, सत्यापन, सत्यापन के विरुद्ध अपील व बिक्री अवधि के समय में भी बदलाव किया गया है। इसके बारे में किसानों को बताया जा रहा है।
- किसमें कितने किसानों ने किया था पंजीकरण
- फसल पुरुष किसान महिला किसान
- टमाटर 55 01
- प्याज 144 04
- फूलगोभी 366 16
- आलू 402 26
क्रमांक फसल संरक्षित मूल्य (रुपये प्रति क्विंटल) संरक्षित मूल्य (अब )
- 1 आलू 400 500
- 2 प्याज 500 600
- 3 टमाटर 400 500
- 4 फूलगोभी 500 600