30 घंटे चला आयकर का सर्वे, मिला डेढ़ करोड़ काला धन
आयकर विभाग की टीम पानीपत में सर्वे के लिए पहुंची। यहां पर असंध रोड स्थित मेडिकल स्टोर में 20 ज्यादा अधिकारी पहुंचे। कारोबारी के पास जो मिला उससे सर्वे टीम के होश उड़ गए।
पानीपत, जेएनएन। शहर के सबसे बड़े पंजाब मेडिकल स्टोर के आयकर सर्वे में 1.55 करोड़ रुपये का काला धन सामने आया है। 24 लोगों की टीम ने 30 घंटे तक पंजाब मेडिकल स्टोर और मॉडल टाउन स्थित पंजाब मेडिकल फार्मेसी का सर्वे किया। ज्वाइंट कमिश्नर अनिता मीणा के नेतृत्व में पहुंची टीम में पांच आइटीओ भी शामिल थे।
बुधवार को स्टोर के कंप्यूटर सहित स्टॉक की जांच की गई। इस दौरान स्टोर मालिक और स्टोर में काम करने वाले कर्मचारियों के मोबाइल रखवा लिए गए। सर्वे के दौरान किसी को अंदर आने जाने नहीं दिया गया। स्टोर को बाहर से बंद कर दिया गया। जैसे ही आयकर विभाग की टीम स्टोर पर पहुंची। आसपास में हड़कंप की स्थिति बन गई। आनन-फानन में आसपास के दुकानदारों ने अपने शटर गिरा दिए।
पानीपत में यह पहला केस
चालू वित्त वर्ष 2018-19 में आयकर विभाग का यह पहला सर्वे है। पिछले साल तक अघोषित आय पकड़े जाने पर 30 प्रतिशत टैक्स जुर्माना लगता था। नोटबंदी के बाद से 80 प्रतिशत टैक्स लागू कर दिया गया है। काले धन पर 80 प्रतिशत जुर्माना लगने के बाद से पानीपत में यह पहला केस पकड़ा गया है। 2018-19 वित्त वर्ष के नौ माह बीतने जा रहे हैं। पंजाब मेडिकल स्टोर से 1.10 करोड़, पंजाब मेडिकल फार्मेशी से 12 लाख रुपये का टैक्स लगाया गया।
20 करोड़ मिला था टैक्स
पिछले वर्ष 20 करोड़ रुपये का टैक्स आयकर सर्वे में सरेंडर हुआ था। ज्वांइट कमिश्नर अनिता मीणा को तीन माह का समय पानीपत में हुआ है। ज्वाइंट कमिश्नर अनिता मीणा ने बताया कि यह पहला सर्वे था। मार्च के अंत तक सर्वे होंगे। सर्वे में 1.55 करोड़ का सरेंडर किया गया है। हर वर्ष आयकर विभाग का टैक्स वसूली का टारगेट निर्धारित किया जाता है। इस वर्ष टारगेट निर्धारित नहीं किया गया है।
30 घंटे से ज्यादा समय तक हुआ सर्वे
आयकर विभाग की ज्वाइंट कमिश्नर अनीता मीणा की अगुवाई में 24 सदस्यीय दो टीम मंगलवार दोपहर 2 बजे असंध रोड स्थित पंजाब मेडिकल स्टोर और पंजाब फार्मेसी पर पहुंची। पांच डीटीओ की देखरेख में दोनों फर्मों का सारा रिकॉर्ड अपने कब्जे में ले लिया। अधिकारियों ने इस दौरान किसी को न तो बाहर आने दिया और न ही अंदर आने दिया। दोनों टीमें 30 घंटे से ज्यादा समय तक सर्वे में लगी रही। एक अधिकारी ने बताया कि दोनों फर्मों का इस क्षेत्र में सबसे बड़ा काम है। इनकी रूटीन की सेल और स्टॉक सही नहीं है। विभाग द्वारा इसका नोटिस भी दिया गया था। कमिश्नर रेखा शुक्ला के आदेश पर दोनों फर्मों का सर्वे कार्य किया गया।