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बीस माह में मरणोपरांत मात्र 14 के कार्निया कर सके एकत्र

राष्ट्रीय अंधता व ²ष्टि क्षीणता नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जिले में राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा 25 अगस्त से 08 सितंबर तक मनाया जाएगा। आंकड़ों की बात करें तो बीस माह में मात्र 14 परिवारों ने मरणोपरांत किसी स्वजन का कार्निया कलेक्ट करने की अनुमति दी है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 13 Aug 2022 07:37 PM (IST)Updated: Sat, 13 Aug 2022 07:37 PM (IST)
बीस माह में मरणोपरांत मात्र 14 के कार्निया कर सके एकत्र
बीस माह में मरणोपरांत मात्र 14 के कार्निया कर सके एकत्र

जागरण संवाददाता, पानीपत : राष्ट्रीय अंधता व ²ष्टि क्षीणता नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जिले में राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा 25 अगस्त से 08 सितंबर तक मनाया जाएगा। आंकड़ों की बात करें तो बीस माह में मात्र 14 परिवारों ने मरणोपरांत किसी स्वजन का कार्निया कलेक्ट करने की अनुमति दी है। जिला के करीब 700 लोगों ने ही अभी तक नेत्रदान की इच्छा जताई है।

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सिविल अस्पताल के नेत्र सर्जन डा.केतन भारद्वाज ने बताया कि कार्नियल ब्लाइंडनेस रोग से बच्चे, किशोर, युवा, वयस्क एवं बुजुर्ग सभी प्रभावित हैं। आंखों की यह विकृति जन्मजात, संक्रमण रोग, चोट लगने, विटामिन की कमी एवं कुपोषण आदि के कारण होती है। देश में हर साल करीब दो लाख कार्निया प्रत्यारोपण होते हें। प्रत्येक साल 20 हजार मामले जुड़ जाते हैं। जागरूकता के लिए 25 अगस्त से आठ सितंबर तक नेत्रदान पखवाड़ा मनाया जाता है। अस्पताल में कार्निया कलेक्शन सेंटर, तीन नेत्र रोग विशेषज्ञ हैं। किसी व्यक्ति की मृत्यु होने पर, स्वजन उसकी नेत्र दान करना चाहते हैं तो चिकित्सीय टीम मौके पर पहुंचकर आखें कलेक्ट करती है। ये होंगे जागरूकता कार्यक्रम

-शिक्षण संस्थानों में सेमिनार और वेबिनार।

-धर्म गुरुओं के माध्यम से लोगों को जागरूकता संदेश।

-खिलाड़ी, जनप्रतिनिधियों के जरिए समाज में संदेश।

-ब्लड सेंटर में जागरूकता कार्यक्रम।

-युवा संस्थाएं, रेजिडेंट वैलफेयर सोसाइटी करेंगी जागरूक।

-इंटरनेट मीडिया के माध्यम से नेत्रदान के संदेश।

-सरकारी-निजी अस्पतालों में जागरूकता कार्यक्रम। यह भी जान लें

-किसी भी आयु लिग धर्म का व्यक्ति नेत्रदान कर सकता है।

-मृत्यु के बाद नेत्रों को चार से छह घंटों में ही निकाल सकते हैं।

-एक व्यक्ति का नेत्रदान दो नेत्रहीनों को रोशनी प्रदान करता है।

-नेत्रदान पूर्व संकल्प के बिना भी किया जा सकता है।

-मरणोपरांत अस्पताल की टीम घर पहुंचकर ही आंखें कलेक्ट करती हैं। नेत्रदान के लिए संपर्क करें

नेत्रदान के लिए शपथ-पत्र भरने के लिए सिविल अस्पताल के कमरा नंबर 10 में संपर्क करें। हेल्पलाइन नंबर 108 डायल कर सूचना दी जा सकती है।


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