खाकी! तेरा ये कैसा इंसाफ, मजदूर को चोर बता पीट-पीटकर मार डाला Panipat News
आरके पुरम पार्ट टू में रात को घर के बाहर बैठे मंगलपुर के रणधीर उर्फ धीरा को चोर समझकर पुलिसकर्मी ने इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई।
पानीपत/करनाल, जेएनएन। आरके पुरम पार्ट टू में शनिवार रात को घर के बाहर बैठे मंगलपुर के रणधीर उर्फ धीरा को चोर समझकर पुलिसकर्मी ने इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई। आरोप है कि पुलिसकर्मी ने पहले मजदूर को घर पर पीटा और फिर सदर थाने ले गया और वहां भी पिटाई की। इससे भड़के परिजन और ग्रामीण शव लेकर आरोपित पुलिसकर्मी पवन कुमार के घर पहुंच गए। वहां तीन घंटे तक हंगामा किया।
बड़ी संख्या में पुलिस बल पहुंच गया और पुलिसकर्मी की पत्नी और बेटी को भीड़ से बचाकर महिला थाने ले गई। दूसरी ओर, आरोपित पुलिसकर्मी पवन कुमार फरार हो गया। परिजनों ने शव उठाने से इन्कार कर दिया। हालात तनावपूर्ण बने रहे। बाद में डीएसपी बलजिंद्र के आश्वासन के बाद परिजन मान गए। इसके बाद शव को कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में भिजवाया गया। आरोपित मंगलौरा चौकी में हवलदार है।
करंट लगाकर पीटा
रणवीर सिंह ने बताया कि उसका भाई रणधीर उर्फ धीरा (35) शनिवार की रात करीब तीन बजे काम करने के बाद पैदल घर लौट रहा था। थक जाने के चलते आरके पुरम में हवलदार पवन कुमार के घर के बाहर बैठ गया। इसी दौरान पवन कुमार घर से निकला। रणधीर को चोर बताकर पीटने लगा। घर के अंदर ले जाकर भी पीटा और करंट लगाया। गंभीर हालत में उसे सुबह सदर थाने छोड़ दिया गया। सोमवार को उसे ऑटो से घर पहुंचा दिया। वहां उसने दम तोड़ दिया।
पुलिस कर्मी के घर के बाहर शव रखे जाने की सूचना मिलने पर सदर थाना एसएचओ बलजीत सिंह पहुंचे। परिजन आरोपित पुलिसकर्मी और उसकी पत्नी पर हत्या का मामला दर्ज कर गिरफ्तार करने पर अड़े रहे। बाद में डीएसपी बलजिंद्र सिंह के आश्वासन पर मानेें।
रणधीर का शव पकड़े बैठे रहे बच्चे
करीब चार बजे से लेकर रात साढ़े नौ बजे तक रणधीर का शव पवन के घर के बाहर रखा रहा। उसकी मां मूर्ति देवी और पत्नी सुनीता देवी बार-बार बेहोश होती रहीं। बिलखते हुए मृतक की मां मूर्ति देवी की जुबान पर एक ही सवाल था कि आखिर मेरे बेटे का कसूर क्या था? यहीं नहीं करीब सात वर्ष की एक मासूम बेटी व तीन बेटे भी पिता के शव के पास बैठे रहे।
पांच साल पहले पेड़ से गिरकर रणधीर की टूटी थी टांग और बाजू
परिजनों के अनुसार रणधीर ¨सह पांच वर्ष पहले जामुन के पेड़ से गिर गया था। उसकी एक टांग व बाजू टूट गई थी। इससे वह दिव्यांग हालत में आ गया था। इसी के चलते वह ज्यादा चल भी नहीं पाता था।
सूचना देनी चाहिए थी
पार्षद आरोपित पुलिसकर्मी के घर शव लेकर पहुंचे परिजनों के साथ वार्ड नंबर एक के पार्षद नवीन कुमार भी पहुंचे। उन्होंने बताया कि रणधीर बेकसूर था। उस पर चोरी का लगाया जा रहा आरोप बेबुनियाद है। आज तक वह कभी ऐसी घटना में शामिल नहीं पाया गया। पुलिस को उसे भी वार्ड का पार्षद होने के नाते सूचना देनी चाहिए थी। आरोपी पुलिस कर्मी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर गिरफ्तार नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा।
मामले की जांच जारी, दोषी के खिलाफ होगी कार्रवाई
डीएसपी बलजिंद्र का कहना है कि रणधीर की कैसे हुई? यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलेगा। देर रात तक भी इस संबंध में शिकायत नहीं दी गई, जिसके चलते मामला दर्ज नहीं हो सका। शव का डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया जाएगा और पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।