MLA vs SP: चोटों पर क्लीन चिट, लापरवाही पर SHO सस्पेंड, दो पुलिसकर्मी लाइन हाजिर, दो होमगार्ड बर्खास्त
पंजोखरा पुलिस पर लगाए गए युवक से मारपीट करने के आरोप की जांच रिपोर्ट डीएसपी ने एसपी को सौंप दी। मंत्री की बैठक के बाद विधायक और एसपी के बीच हुए विवाद के बाद कार्रवाई हुई।
पानीपत/अंबाला, [दीपक बहल]। कष्ट निवारण समिति की बैठक में परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार के सामने पंजोखरा पुलिस पर लगे मारपीट के आरोप के बाद एसपी और विधायक के बीच उपजा विवाद के बाद रिपोर्ट सौंप दी गई। जांच अधिकारी (डीएसपी) मनीष सहगल ने तमाम पहलुओं को जांचने के बाद पुलिस कर्मियों पर लगे आरोपों पर क्लीन चिट दी। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद एसपी मोहित हांडा ने मामले में लापरवाही बरतने पर एसएचओ, दो पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर विभागीय कार्रवाई खोल दी। इस प्रकरण में दो होमगार्डों को बर्खास्त करने के लिए उनके अफसरों को लिख दिया गया है।
परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार के सामने सोमवार को अमित ने पंजोखरा थाना पुलिस पर चालान काटने के बाद उसके साथ मारपीट के आरोप लगाए थे। अमित ने मंत्री के सामने ही चोटों के निशान भी दिखाये। मंत्री ने तीन मुलाजिमों को सस्पेंड करने की बात कही, तो एसपी ने चल रही जांच से अवगत कराया। मंत्री भी एसपी की बात से संतुष्ट दिखे, लेकिन भाजपा विधायक असीम गोयल, जिलाध्यक्ष जगमोहन कुमार, प्रदेश प्रवक्ता डा. संजय शर्मा भड़क गए पुलिस व एसपी के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इसी बीच मंत्री ने तीनों पुलिस कर्मियों को सस्पेंड करने का आदेश दिया, जबकि एसपी ने डीएसपी रामकुमार से जांच लेकर डीएसपी मनीष सहगल को दे दी थी।
डाॅक्टरों की राय, फ्रेंडली हैंड हैं चोटों के निशान
सूत्रों की माने तो डीएसपी ने शिकायतकर्ता की ओर से पेश मेडिकल के आधार पर डाक्टरों की राय ली है। डाक्टरों ने चोटों के निशान को लेकर फ्रेंडली हैंड जैसे शब्दों का प्रयोग किया है। डाक्टरों की रिपोर्ट के आधार पर ही पुलिस कर्मियों पर लगे मारपीट के आरोपों में क्लीन चिट दी गई।
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लापरवाही की बात सामने आई
रिपोर्ट में पुलिस की ओर से मारपीट की तो नहीं बल्कि लापरवाही की बात सामने आई। डीएसपी ने रिपोर्ट में बताया कि अगर एसएचओ, पुलिसकर्मी और होमगार्ड मामले में त्वरित कार्रवाई करते तो शायद मामला इतना न बढ़ता। वहीं एसपी ने रिपोर्ट के बाद डीएसपी से बातचीत की। इसके बाद कार्रवाई की गई।
दोनों तरफ से अभद्रता की बात सामने आई
चालान के समय पुलिस ने बीमा न होने और अभद्रता करने का जिक्र चालान में किया है। इसके बाद अमित वहीं पर खड़े हो गए। एक महिला पति के साथ जा रही थी। पति ने हेलमेट पहना था,जबकि महिला ने नहीं पहना था। इनका चालान करने पर पुलिस और शिकायतकर्ता के बीच कहासुनी भी हुई।
दैनिक जागरण ने दी सबसे पहले जानकारी
बुधवार को डीएसपी ने जांच रिपोर्ट एसपी को सौंपी। इस रिपोर्ट को सौंपने से पहले दैनिक जागरण ने पाठकों को जानकारी दे दी थी कि मारपीट के आरोप साबित न होने पर पुलिस कर्मियों को क्लीन चिट दी जाएगी।
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