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पार्क की जगह पर योगशाला बना प्रशासन ने अधर में छोड़ा, ग्रामीणों ने खुद उठाया सुधार का बीड़ा

गांव नामुंडा में साल भर पहले पार्क को योगशाला में बदल प्रशासन सुविधाएं मुहैया कराना भूल गया। लाखों खर्च के बावजूद भी ग्रामीणों को योगशाला का फायदा नहीं मिल पा रहा था। ऐसे में गांव के लोगों ने खुद ही उसमें सुधार का बीड़ा उठाया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 04 Jul 2022 07:27 PM (IST)Updated: Mon, 04 Jul 2022 07:27 PM (IST)
पार्क की जगह पर योगशाला बना प्रशासन ने अधर में छोड़ा, ग्रामीणों ने खुद उठाया सुधार का बीड़ा
पार्क की जगह पर योगशाला बना प्रशासन ने अधर में छोड़ा, ग्रामीणों ने खुद उठाया सुधार का बीड़ा

जागरण संवाददाता, समालखा : खंड के गांव नामुंडा में साल भर पहले पार्क को योगशाला में बदल प्रशासन सुविधाएं मुहैया कराना भूल गया। लाखों खर्च के बावजूद भी ग्रामीणों को योगशाला का फायदा नहीं मिल पा रहा था। ऐसे में गांव के लोगों ने खुद ही उसमें सुधार का बीड़ा उठाया है। ट्रैक्टर से जुताई के साथ खड़े घास-फूस को साफ करने के साथ पौधे लगाने की तैयारी की जा रही है। ताकि सुबह शाम वहां ग्रामीण सैर के साथ योगाभ्यास कर सके। वहीं बीडीपीओ को पत्र लिख मेन गेट के साथ सुंदरीकरण कराने की मांग की है। 20 साल पहले की थी पार्क बनाने की घोषणा

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नामुंडा निवासी अंकित, देवीराम ने बताया कि गांव में करीब 20 साल पहले इनेलो सरकार में ताऊ देवी लाल के नाम से पार्क बनाने की घोषणा की गई थी। तालाब के पास जगह पर चिन्हित कर खाली छोड़ दी गई।उसके बाद पार्क डेवलप करने की तरफ किसी ने ध्यान नहीं दिया। उन्होंने बताया कि पार्क के नाम पर चिन्हित कर खाली छोड़ी गई जमीन पर साल भर पहले योगशाला के नाम पर चाहरदीवारी करने के साथ शैड भी बना दिया गया। लेकिन न तो मेन गेट लगाया गया, न बैठने के लिए कुर्सियां आदि की सुविधा और न शेड के नीचे फर्श दिया गया। ऊपर से किसी ने देख रेख तक नहीं की। इस कारण आज वहां पहाड़ी कीकर के पेड़, घास फूस व गंदगी फैली हुई है। मेन गेट पर अंदर में ही पानी निकासी को लेकर नाला बह रहा है। उसे भी ढका तक नहीं गया। ऐसे में अंदर जा तक नहीं सकते। उनका कहना है कि प्रशासनिक अनदेखी के कारण लाखों खर्च के बावजूद भी ग्रामीणों को न तो पार्क और न योगशाला का लाभ मिल पा रहा है। ग्रामीणों को मजबूरन सुबह शाम सैर को लेकर नदी किनारे या खेतों में जाना पड़ता है। मजबूरन खुद उठाया बीड़ा

ग्रामीण अंकित शर्मा ने बताया कि संबंधित विभाग और प्रशासन की तरफ से बार बार गुहार के बावजूद भी किसी ने सुध नहीं ली तो उन्होंने योगशाला को खुद संवारने की बीड़ा उठाया है। घास फूस को हटाने के लिए ट्रैक्टर से जुताई करा दी गई है। पहाड़ी कीकर के पेड़ को काटकर साफ कर रहे हैं। जल्द ही गांव के 100 लोगों से छाया व फलदार पौधे लगवाए जाएंगे ताकि हरा भरा बनाया जा सके। इसमें समस्त ग्रामीणों को सहयोग मिल रहा है। वहीं उन्होंने सोमवार को बीडीपीओ को भी मांग पत्र सौंप मैन गेट के अलावा अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की। वहीं बीडीपीओ रितु लाठर ने ग्रामीणों को मैन गेट आदि सुविधाओं को लेकर एस्टीमेट बनवा जल्द समाधान कराने का आश्वासन दिया।


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