एनएचएआइ ऑफिस में 500 रुपये में बेचा जा रहाफास्टैग, अधिकारियों ने कहा- नहीं लगा सकते दूसरी कंपनियों की बिक्री पर रोक
टोल प्लाजा पर वाहन चालकों की सरेआम जेब काटी जा रही है। केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की मुफ्त फास्टैग देने की सरकारी घोषणा के बावजूद प्राइवेट और सरकारी बैंकों की एजेंसी के कर्मचारी 500 रुपये में फास्टैग बेच रहे है
जागरण संवाददाता, पानीपत : टोल प्लाजा पर वाहन चालकों की सरेआम जेब काटी जा रही है। केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की मुफ्त फास्टैग देने की सरकारी घोषणा के बावजूद प्राइवेट और सरकारी बैंकों की एजेंसी के कर्मचारी 500 रुपये में फास्टैग बेच रहे हैं। एनएचएआइ के मुफ्त फास्ट टैग लोगों को न मिले और मजबूरन प्राइवेट बैंकों के फास्टैग ही खरीदने पड़े, इसलिए टोलकर्मी बूथ खाली छोड़ सीटों से नदारद दिखे। वहीं एनएचएआइ कंपनी के अधिकारियों ने दूसरी कंपनियों के फास्टैग बिक्री पर रोक लगाने में असमर्थता जताई।
फास्ट टैग बनवाने के लिए रविवार को भी टोल प्लाजा कार्यालय में वाहन मालिकों का तांता लगा रहा। आइडीबीआइ बैंक का फास्टैग एक्टिवेशन सर्वर डाउन होने से परेशानियों का सामना करना पड़ा। फास्टैग लेने के लिए कई घंटे कतार में लगने के बाद मिले फास्टैग में 500 रुपये देकर 400 रुपये की वैल्यू मिली। आधार कार्ड और पैन कार्ड की फोटो कॉपी के लिए भी वाहन मालिक इधर-उधर भागदौड़ करते दिखे। वहीं अवकाश के कारण एसबीआइ की एजेंसी एसबीएल, एयरटेल और आइसीआइसीआइ बैंक के बूथ बंद रहे। आधे घंटे में एनएचएआइ के फास्टैग खत्म होने की कर दी घोषणा
एनएचएआइ कंपनी कार्यालय के भीतर आइडीबीआइ बैंक के फास्टैग बिक रहे थे, जबकि बाहर एक तरफ कोने में एनएचएआइ का बूथ लगाया गया। सुबह 10 बजे 150 रुपये में फास्टैग की बिक्री शुरू हुई और कर्मचारी साढ़े 10 बजे टैग खत्म होने होने की घोषणा कर वहां से खिसक गए। दो घंटों तक बूथ पर कोई वापस नहीं लौटा। फास्टैग बनवाने करनाल से आ रहे वाहन मालिक
फोटो नं - 53
करनाल सेक्टर 4 निवासी शिवम शुक्ला ने बताया कि वे पिछले चार दिनों से फास्टैग बनवाने के लिए घरौंडा टोल प्लाजा पर जा रहे हैं। टोलकर्मी कभी आइडी तो कभी फोटो की कमी बताकर वापस भेज देते है। रविवार को घरौंडा टोलकर्मियों ने फास्टैग खत्म होने की घोषणा कर उसे पानीपत भेज दिया। लेकिन यहां भी सर्वर डाउन होने के कारण वापस लौटना पड़ा। वर्जन :
एनएचएआइ सरकारी और प्राइवेट बैंकों के फास्टैग बिक्री या उनके रेट पर रोक नहीं लगा सकती। एनएचएआइ कंपनी के फास्टैग मुफ्त दिए जा रहे हैं। 150 रुपये न्यूनतम बैलेंस के रूप में चार्ज किया जा रहा है, ताकि टैग क्रेता ब्लैकलिस्ट ना हो।
योगेश चंद्र, प्रोजेक्ट डॉयरेक्टर एनएचएआइ।