पहले ही हाथ जोड़ता हूं, जो पीएनडीटी में फंसता है उसे मैं छोड़ता नहीं
सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि आप बेटर हैं लेकिन आपको बेस्ट बनना है तो दफ्तर की धूल को उतारने के साथ काम के लिए बाहर निकलना होगा क्योंकि काम ही कर्मचारी की पहचान है।
जागरण संवाददाता, समालखा : सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि आप बेटर हैं, लेकिन आपको बेस्ट बनना है तो दफ्तर की धूल को उतारने के साथ काम के लिए बाहर निकलना होगा, क्योंकि काम ही कर्मचारी की पहचान है। उसी से नाम भी होता है। अगर कोई लापरवाही बरतता है तो उसे परिणाम भी भुगतना पड़ता है। ये बात उन्होंने शुक्रवार को सीएचसी में डॉक्टर, एएनएम, एमपीएचडब्लू, एसआई, एलएचवी की बैठक लेने के दौरान कहीं।
सिविल सर्जन ने कहा कि पीएनडीटी भी हमारे लिए एक चुनौती है। हमें उसके लिए मिलकर काम करना होगा। लेकिन मैं ऐसे लोगों से पहले ही हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं, जिनका पीएनडीटी में सहयोग होता है, क्योंकि ऐसे लोगों को फंसने के बाद मैं कभी नहीं छोड़ता। चाहे वो स्टाफ से भी क्यों न हो। थानेदार की तरह रौब झाड़ना गलत
उन्होंने कहा कि आशा वर्कर हमारे और लोगों के बीच की एक मजबूत कड़ी है। लेकिन देखने में आता है की एएनएम उनके ऊपर थानेदार की तरह रौब दिखाती है। जो गलत है। आप उनके ऊपर थानेदार नहीं लगी, बल्कि उनके सहयोग के लिए है। इसलिए उनसे संपर्क को बढ़ाकर अच्छा काम करे। इससे फायदा ही मिलेगा। टीकाकरण पर जोर
उन्होंने एएनएम को टीकाकरण पर जोर देने का आह्वान करते हुए कहा कि टीकाकरण के क्षेत्र में हम मेवात से कुछ आगे जरूर है, लेकिन सुधार की जरूरत है। सिविल सर्जन ने कहा कि कई सेक्टर में अच्छे हैं तो कई में हमारी हालात काफी दयनीय भी है। जिसमें सुधार के लिए काम करना जरूरी है। इसलिए इधर उधर का काम छोड़ जिम्मेदारी को समझे। स्कूलों में लोगों को करें जागरूक
डॉ. जितेंद्र सिह ने कहा कि प्राइवेट स्कूल की तरह अब राजकीय स्कूलों में भी पीटीएम हो रही है। जिसमें एएनएम व एमपीएचडब्लू भी जाकर छोटे बच्चों के अभिभावकों को बीमारियों व टीकाकरण के प्रति जागरूक करे। ताकि बच्चों को बीमारियों से बचाया जा सके। हालांकि इस दौरान उन्होंने कार्यवाहक एसएमओ डॉक्टर पवन के काम से संतुष्ट होकर उनकी पीठ भी थपथपाई। इस मौके पर डॉ. पवन, डॉ. बलराम, डॉ. मंजीत राठी, एचआई राजेश कुमार आदि मौजूद रहे।