पानीपत में पत्नी को बचाते-बचाते चली गई पति की जान, चार महीने पहले हुई थी शादी
पानीपत की नलवा कालोनी में पति पत्नी को लेने के लिए आया हुआ था। पंखे से पत्नी को करंट लगा तो उसे बचाने के लिए पति नंगे पैर दौड़ पड़ा। खुद करंट की चपेट में आ गया।
पानीपत, जेएनएन। अभी नई नई शादी के रंग चाव भी कम नहीं हुए थे कि एक हादसे ने एक परिवार की खुशियों को छीन लिया। पत्नी को करंट लगा तो पति उसे बचाने के लिए नंगे पैर ही दौड़ पड़ा। पत्नी को तो बचा लिया पर उसकी जान नहीं बची। हादसा पानीपत के नलवा कालोनी में हुआ। युवक करनाल का था, जो अपने ससुराल आया हुआ था। पति की मौत के बाद से पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। बार-बार बेहोश हो रही है। सिविल अस्पताल में भी स्वजन उसे संभालते रहे।
करनाल के कुडलन गांव के 26 वर्षीय गोल्डी की शादी इसी वर्ष 16 मार्च को चार महीने पहले ही पानीपत की नलवा कालोनी में संगीता से हुई थी। संगीता कुछ दिन पहले मायके आई हुई थी। गोल्डी उसे लेने के ससुराल पहुंचा था। शनिवार रात को सभी खाना खा रहे थे। सामने फर्राटा चल रहा था। संगीता ने पंखे को आगे करने के लिए जैसे हाथ लगाया, वो करंट की चपेट में आ गई। उसे देखते ही गोल्डी नंगे पैर दौड़कर उसके पास पहुंच गया। संगीता तो झटके से दूर हाे गई पर वह खुद करंट की चपेट में आ गया। उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन जान नहीं बचाई जा सकी। गोल्डी खेत मजदूर था। उसका एक भाई और बहन है।
बता दें कि इन दिनों बारिश के दिन होने से करंट लगने के किस्से ज्यादा बढ़ गए हैं। बारिश के अलावा भी कई जिलों में करंट से मरने वालों की संख्या ज्यादा हो गई है। सिरसा के डबवाली में भी आठ दिन पहले पिता बने युवक को करंट लग गया और उसकी मौत हो गई। वह चार बहनों का इकलौता भाई थी। एक सप्ताह पहले वहां भी कुछ ऐसा ही केस हुआ था। खाना खाने के दौरान पत्नी और बच्चे के लिए कूलर चलाया तो करंट से मौत हो गई थी। अब एक और दर्दनाक हादसा सामने आया है।