लॉकडाउन से पत्नी नहीं लौटी, पति फोन कर बोला- दुनिया से जा रहा हूं, अब आराम से रहना
विवाद के कारण पत्नी अपने मायके गई हुई थी पति वापस बुला रहा था। वो नहीं आ सकी तो युवक ने पानीपत में फंदा लगाकर जान दे दी। पिता ने कहा मैं नहीं आ सकता पुलिस ने किया अंतिम संस्कार
पानीपत, जेएनएन। लॉकडाउन में पत्नी मायके से नहीं लौटी। इससे खफा न्यू मुखीजा कॉलोनी में किराये के मकान में रह रहे बिहार के जिला पश्चिमी चंपारण के साध खौत हवा गांव के संजय (20) ने पत्नी को कॉल कर कहा कि मैं फंदा लगाकर इस दुनिया से जा रहा हूं। आप अब आराम से रहना। इसके बाद फंदे पर झूल गया। घटना मंगलवार दोपहर करीब एक बजे की है।
न्यू मुखीजा कालोनी में सुभाष के घर पर किराये पर रहने वाले मोहन पटेल ने बताया कि बिहार के जिला पश्चिमी चंपारण के साध खौत हवा गांव के 20 वर्षीय संजय ने करीब 14 महीने पहले मीरा से प्रेम विवाह किया था। नाराज स्वजनों ने संजय को घर से बाहर निकाल दिया था। संजय मजदूरी करता था और शराब पीकर पत्नी को पीटता था। इससे तंग आकर एक महीना पहले मीरा मायके चली गई थी।
इसके बाद से संजय गुमसुम रहता था। दोपहर को संजय ने कॉल कर पत्नी मीरा के साथ झगड़ा किया और पड़ोसी से 12:05 बजे समय पूछा और दरवाजा बंद कर लिया। मीरा ने पड़ोसन काजल को कॉल कर बताया कि संजय ने कहा कि वह फंदा लगा रहा है। कमरे में जाकर देखो। काजल को दरवाजा अंदर से बंद मिला। इसके बाद पड़ोसी ने चारपाई पर चढ़कर रोशनदान से देखा तो संजय ने पंखे के हुक से बिजली के तार से फंदा लगा रखा था।
पुलिस डंडे मारती है, बेटे का संस्कार करा दीजिए
आठ मरला चौकी प्रबारी राजबीर सिंह ने बताया कि संजय के पिता श्याम बदन से कॉल कर घटना की जानकारी दी। श्याम ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से पुलिस घर से निकलने नहीं दे रही। डंडे मारती है। अंतिम संस्कार करवाने के लिए उसके पास पैसे भी नहीं है। इसलिए आप ही संस्कार करवा दें। सामान्य अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाकर जनसेवा दल के सहयोग से असंध रोड शिवपुरी में संजय का अंतिम संस्कार करा दिया।