अस्पताल बना शराबियों का अड्डा
सिविल अस्पताल पानीपत में सुरक्षा-व्यवस्था चौकस नहीं होने से परिसर असामाजिक तत्वों का ठिकाना बन गया है। ऑटो और ई-रिक्शा चालक परिसर में अपने वाहन खड़े कर खुलेआम शराब पीते हैं। महिला मरीजों-तीमारदारों से अभद्रता के मामले भी प्रकाश में आ चुके हैं।
जागरण संवाददाता, पानीपत
सिविल अस्पताल पानीपत में सुरक्षा-व्यवस्था चौकस नहीं होने से परिसर असामाजिक तत्वों का ठिकाना बन गया है। ऑटो और ई-रिक्शा चालक परिसर में अपने वाहन खड़े कर खुलेआम शराब पीते हैं। महिला मरीजों-तीमारदारों से अभद्रता के मामले भी प्रकाश में आ चुके हैं।
सिविल अस्पताल परिसर को ऑटो चालक दिन में स्टेंड की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। खासकर, ईएसआइ अस्पताल की साइड दिन में 20-25 थ्री-व्हीलर और ई-रिक्शा खड़े रहते हैं। अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग के इर्द-गिर्द भी ऐसी स्थिति रहती है। ऑटो चालक ग्रुप बनाकर शराब पीते हैं।
दो दिन पहले भी अस्पताल परिसर में रात भर खड़े रहे एक ऑटो में शराब की कई खाली बोतल पड़ी थी।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आलोक जैन ने बताया कि परिसर में ऑटो चालकों द्वारा शराब पीने और हुड़दंग मचाने का मामला संज्ञान में आ चुका है। किसी प्राइवेट वाहन को अधिक देर खड़ा नहीं होने दिया जाएगा। शराब पीते पकड़े जाने पर कार्रवाई होगी। नहीं खुली पुलिस चौकी
सिविल अस्पताल में मारपीट होना, पर्स-बैग, बाइक और साइकिल चोरी के केस सामने आते रहे हैं। वर्ष 2018 और 2019 में डॉक्टरों, स्टाफ नर्स, गार्ड सहित अन्य कर्मचारियों के साथ मारपीट की 10 घटनाएं घटित हो चुकी हैं। अस्पताल प्रशासन की मांग पर नवंबर-2018 में अस्थायी पुलिस चौकी खोली गई थी। दो माह बाद ही बंद हो गई, कई बार मांग के बावजूद दोबारा चौकी नहीं खुल सकी है। जनसेवा दल ने कराए 18 अल्ट्रासाउंड
एक जनवरी को शहर विधायक प्रमोद विज ने अस्पताल का निरीक्षण किया था। रेडियोलॉजिस्ट के अवकाश या अन्य ड्यूटी पर रहने के चलते उन्होंने शहर के तीन प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों का फ्री अल्ट्रासाउंड का आश्वासन दिया था। जन सेवा दल को जिम्मेदारी दी गई थी। दो दिन में दल के सदस्यों ने 18 मरीजों के अल्ट्रासाउंड कराए हैं।