वकील ने बनाया गिरोह, और करने लगी हनी ट्रैप का गंदा खेल
हनी ट्रैप : महिला बनाती थी संबंध, साथी वकील करती थी ब्लैकमेल। चार गिरफ्तार।
बिजली निगम के जेई सतबीर को फंसा कर उसकी फोटो खींचकर तीन लाख रुपये व सोने की चेन वसूलने की आरोपित देशराज कालोनी की उर्वशी, आठ मरला की एडवोकेट श्रुति राणा उर्फ विजय लक्ष्मी को उनके घरों से,
आठ मरला के प्रतीक और उसकी बुआ सीमा निवासी करनाल राज सोसाइटी को बरसत रोड से
सीआइए-1 पुलिस ने गिरफ्तार किया। चारों आरोपितों को पुलिस ने अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। आरोपितों ने पानीपत व करनाल में तीन-चार और लोगों को जाल में फंसाकर रुपये वसूले हैं, लेकिन ये लोग पुलिस के सामने नहीं आए हैं। इनमें उद्यमी व नौकरीपेशे वाले लोग भी हो सकते हैं।
इसका भी पुलिस पता लगा रही है।
एएसपी चंद्रमोहन ने शनिवार को सीआइए-1 में आयोजित पत्रकारवार्ता में बताया कि
लोगों को हनी ट्रैप में फंसा कर लूटने वाले गिरोह की मास्टरमाइंड एडवोकेट श्रुति राणा है। उर्वशी लोगों को अपने जाल में फंसाती थी। इसके बाद उसे तय स्थान पर ले जाकर उर्वशी व्यक्ति के साथ संबंध बनाती। श्रुति, सीमा व प्रतीक के साथ मिलकर फोटो खींच लेती थी। व्यक्ति को ब्लैकमेल कर उससे रुपये ऐंठ थे। इन महिलाओं ने पानीपत व करनाल में कई लोगों को शिकार बनाया है। अभी तक अन्य लोगों ने शिकायत नहीं दी है। लोगों से अपील है कि उनके साथ भी ऐसी जालसाजी हुई है तो वे सामने आएं। ताकि आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके। एएसपी चंद्रमोहन ने बताया कि किला के बिजली बोर्ड सिटी डिवीजन के ¨नबरी गांव निवासी जेई सतबीर ने मॉडल टाउन थाना में शिकायत दी कि डेढ़ महीने पहले उर्वशी व उसकी मां घर पर बिजली का मीटर लगवाने के लिए कार्यालय में आए। वह उसके घर मीटर लगा आया। इसके बाद 5-6 दिन बाद उर्वशी आई और उसे हुसन के जाल में फंसा लिया। 23 अप्रैल को डेढ़ बजे उर्वशी ने सतबीर को लालबत्ती चौक पर बुलाया। फिर उसे श्रुति राणा एडवोकेट के कोठी पर ले गई। सतबीर ने पूछा कि यह किसकी कोठी है। उर्वशी ने कहा कि उसके रिश्तेदार की है। निश्चित होकर कमरे में चल। कमरे में पहले से ही श्रुति राणा, सीमा व प्रतीक मौजूद थे। उर्वशी ने सतबीर की कमीज उतारी और उससे लिपट गई। तभी तीनों ने
उसकी फोटो खींच ली। उर्वशी ने सतबीर के गले से चार तोले की सोने की चेन झपट ली।
इसके बाद उससे 10 लाख रुपये की डिमांड की। रुपये न देने पर झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। सतबीर ने लोकलाज की वजह से फोन कर अपने भतीजे व भाई से रुपये मंगवा लिए। उर्वशी ने उसके भाई से संजय चौक से दो लाख और भतीजे से रवींद्रा अस्पताल के पास से एक लाख रुपये ले लिए। उसे धमकी दी कि पुलिस को कुछ बताया तो झूठे केस में फंसा देगी।
इस मामले की वजह से जेई मानसिक तनाव में हो गया था। उसने परिजनों को मामले की जानकारी दी। इसके उपरांत ही पुलिस को सूचना दी। चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। श्रुति के चैंबर में तैयार हुआ था गिरोह
एएसपी चंद्रमोहन ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि बीए पास उर्वशी (25) का पति से तलाक हो चुका है। श्रुति (38) से उ?र्वशी उसके चैंबर में मिली थी। वहीं पर किसी केस में करनाल की सीमा व प्रतीक भी आए हुए थे। तभी से चोरों ने गिरोह बनाया था। एमएएम कॉम, एलएलबी पास श्रुति शादीशादी है। 10वीं पास सीमा गृहिणी है। 8वीं पास प्रतीक (26) ढाबा चलाता है।