हनी ट्रैप में फंसाकर उद्यमियों से वसूली करने वाले गिरोह ने फिर फैलाया जाल
सात साल पहले शहर में उद्यमियों, डॉक्टरों व सड़क निर्माण ठेकेदारों को लूटने वाला गिरोह फिर से सक्रिय हो गया है।
जागरण संवाददाता, पानीपत
सात साल पहले शहर में उद्यमियों, डॉक्टरों व सड़क निर्माण ठेकेदारों को हनी ट्रैप में फंसाकर वसूली करने वाला गिरोह अब फिर से सक्रिय हो गया है।
ब्लैकमे¨लग के खेल का शिकार हुए ज्यादातर उद्यमियों ने लोकलाज के भय से रुपये चुका कर चुप रहने में ही बेहतरी समझ ली है। राजीव कालोनी की एक महिला ने इसी कालोनी के राजमिस्त्री को हनी ट्रैप में फंसाकर उससे 1.19 लाख रुपये ऐंठ लिए। पुलिस ने आरोपित महिला को गिरफ्तार कर कई और लोगों को ठगने से बचा लिया। बता दें कि इसी तरह से तीन महीने पहले नूरवाला की एक महिला ने उम्रदराज डॉक्टर के खिलाफ सेक्टर 11-12 चौकी पुलिस को शिकायत देकर आरोप लगाया कि डॉक्टर ने उसके साथ एक होटल में दुष्कर्म किया है। पुलिस ने मामला दर्ज किया लेकिन महिला बाद में मुकर गई। पुलिस ने महिला के खिलाफ झूठा मामले दर्ज कराने पर कोई केस नहीं दर्ज किया।
उम्रदराज ही बनाए जाते हैं निशाना
इस तरह के जितने भी ब्लैकमे¨लग के सामने आए हैं, उनमें निशाना बनने वाले उद्यमी व अन्य लोग उम्रदराज हैं। उन्हें इसलिए निशाना बनाया जाता है, क्योंकि वे पारिवारिक प्रतिष्ठा के तार-तार होने के भय से चुप मुंहमांगी रकम देने को तैयार हो जाते हैं। केस-एक: पहले दुष्कर्म का केस किया, फिर वसूल ली रकम
राजमिस्त्री राजीव कालोनी के जय¨सह के पास इसी कालोनी की ¨रकी (बदला हुआ नाम) काम करती थी। जय¨सह ने ¨रकी को काम से हटा दिया था। इसके बाद ¨रकी ने 8 अगस्त, 2017 को उसके खिलाफ महिला थाना पुलिस में दुष्कर्म व जान से मारने की धमकी का झूठा मामला दर्ज करा दिया। बाद में ¨रकी ने कोर्ट में बयान दिया था कि उसके साथ गलत काम नहीं हुआ। इसकी एवज में ¨रकी ने जय¨सह से 1.19 लाख रुपये वसूल लिये। इसके बाद भी वह उससे 10 हजार रुपये की मांग कर रही थी। जयिसंह की शिकायत पर किला थाना पुलिस ने ¨रकी को गिरफ्तार किया। केस-दो: रेप केस में फंसाने की धमकी देकर उद्यमी से ऐंठे 1.61 लाख रुपये
कॉटन व्यवसायी विद्यानंद कालोनी के शंभूनाथ मौर्या ने मॉडल टाउन थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 19 अगस्त 2016 को जींद के डोहला गांव की युवती नौकरी मांगने के बहाने से उसके जाटल रोड कार्यालय पर आई। उसने नौकरी देने से इन्कार कर दिया था। उसे बातों में उलझाकर जाटल रोड पर एक मकान में ले गई। वहां पर तीन महिलाओं व दो पुरुषों ने कमरे में उसे बंद कर दिया। महिलाओं ने नशीला पदार्थ खिलाकर उसके साथ अश्लील फोटो खींचीं। इसके बाद दो महिला व एक पुरुष उसे कार से संजय चौक पर ले गए। वहां पर हथियारबंद पुरुष उसके साथ गया और उसने बैंक से सेल्फ का 1.55 लाख रुपये का चेक भुना लिया। ये रुपये पुरुष व महिलाओं को दे दिए। आरोपियों ने उसकी जेब से छह हजार रुपये भी निकाल लिए। पुलिस ने आरोपितों तीन महिलाओं व दो युवकों को गिरफ्तार किया। इस गिरोह ने पानीपत, समालखा, जींद, कैथल व करनाल क्षेत्र में एक दर्जन से ज्यादा उद्यमियों व रसूखदारों को निशाना बनाया है। पुलिस का गठजोड़ आया था सामने
रेप के झूठे केस में उद्यमियों को ब्लैकमेल करने का पर्दाफाश अगस्त 2011 में सेक्टर 29 के उद्यमी प्रताप ¨सह ने पुलिस को शिकायत देकर किया था। पुलिस जांच में साइना व सुनीता शर्मा का गठजोड़ सामने आया था। ये महिलाएं उद्यमियों पर रेप का झूठा आरोप लगाती थी और वसूल कर लेती थी। इस गिरोह ने समालखा के उद्यमी कश्मीरी और पानीपत के पुरुषोत्तम के खिलाफ भी रेप का मामला दर्ज कराया था। वर्जन
शहर के किसी भी व्यक्ति को रेप के झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर रुपये ऐंठने की कोई महिला धमकी दे रही है तो इसकी तुरंत पुलिस को शिकायत दें। ताकि आरोपित के खिलाफ जल्द कार्रवाई की जा सके।
जगदीप दूहन, डीएसपी मुख्यालय