गृहमंत्री अनिल विज ने Karnal Nagar Nigam में मारा छापा, चार अधिकारियों सहित पांच सस्पेंड
Haryana Home Minister Anil Vij ने सवा दो घंटे तक नगर निगम का रिकार्ड खंगाला। मौके पर आयुक्त नहीं मिले तो विज बोले- निगम का कोई वारिश है या नहीं?
पानीपत/करनाल, जेएनएन। Haryana Home Minister Anil Vij अचानक नगर निगम कार्यालय में पहुंच गए। हेल्प डेस्क से लेकर ज्यादातर अधिकारियों के कमरों में रिकॉर्ड खंगाला। लोगों की शिकायतों पर काम नहीं होने पर अधिकारियों की क्लास ली। एक के बाद एक चार अधिकारियों व एक चतुर्थश्रेणी कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया।
अनिल विज सबसे पहले म्युनिसिपल इंजीनियर लख्मीचंद राघव के कमरे में पहुंचे। चपरासी के हाथ में फाइलें थी। उन्होंने उसके बारे में पूछा तो उन्होंने अपना परिचय दिया। फाइलों से संबंधित और भी कागज उससे मंगाए तो वह लौटकर नहीं आया। इस मामले में एमई भी जन समस्याओं से जुड़ी कई शिकायतों को लेकर ठोस जवाब नहीं दे पाए। जिसके बाद अनिल विज ने दोनों को सस्पेंड कर दिया।
इसलिए एक्सईएन को किया सस्पेंड
इसके बाद डिप्टी डायरेक्टर एकाउंट रामकुमार के पास पहुंचे। उनके कमरे में कोई भी रिकार्ड नहीं मिला। कार्य से से संबंधित कोई भी रिकार्ड नहीं मिलने पर डिप्टी डायरेक्टर को भी सस्पेंड करने के आदेश जारी कर दिए। ठीक इसी प्रकार आगे बढ़ते हुए गृह मंत्री एक्सईएन एलसी चौहान के कमरे में पहुंचे। यहां पर भी वह मौजूद नहीं मिले। पूछताछ की तो पता चला कि डीसी की मीटिंग में गए थे। छानबीन में बिना अनुमति के निगम से बाहर जाने को लेकर एक्सईएन एलसी चौहान को भी सस्पेंड कर दिया।
अतिक्रमण हटाने के मामले में डीटीपी सस्पेंड
अगला कमरा डीटीपी मोहन सिंह का था। विज के कमरे में दाखिल होते ही दो शिकायतकर्ता डीटीपी की शिकायत लेकर पहुंचे। उन्होंने अधिकारी पर लापरवाही का आरोप लगाया। विज ने इस अतिक्रमण हटाने के मामले में लापरवाही मिलने पर सस्पेंड कर दिया। इसके अलावा एक्सईएन नंबर तीन को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। नगर निगम में जो अधिकारी मौके पर नहीं मिले उनके नाम नोट किए। विज ने कहा कि ऐसे लापरवाह अधिकारियों को किसी भी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा।
दफ्तर के हाल देख भड़के विज
निगम में कमिश्नर व डिप्टी म्यूनिसिपल कमिश्नर सहित अन्य कई अधिकारियों की खाली पड़ी कुर्सियां देखकर विज भड़क गए। विज के साथ खड़े एक अधिकारी ने कहा कि कार्यालय से कुछ अधिकारी साइट विजिट पर गए हैं। एक्शन मोड़ में आए गृह मंत्री ने दफ्तर का हाल देखा और बोले- तमाशा बना रखा है क्या? साइट विजिट कहकर दफ्तर से गायब, पता चलता है बीवी को शॉपिंग कराने गया हुआ है। विज ने अधिकारियों की जमकर खिचाई की। काम के प्रति असंतुष्टि जाहिर करते हुए चार अधिकारियों सहित पांच को सस्पेंड कर दिया। विज ने कहा कि अधिकारियों के पास रिकार्ड मेंटेन नहीं मिला। किसी भी शिकायत का टाइम पर जवाब नहीं दिया जा रहा। लोग काम के लिए धक्के खाते हैं। ऐसा कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पांच लोकेशन चेक की पांच सस्पेंड किए, एक को कारण बताओ नोटिस
लोकेशन नंबर-1
एमई कार्यालय पहुंचे गृह मंत्री ने आई शिकायतें चेक की। जिसमें एक शिकायत एनजीटी के आदेशानुसार कंस्ट्रक्शन वर्क बंद करने की थी। इस पर एमई लख्मी चंद राघव से सख्ती से पूछा, जब आदेश हैं तो काम क्यों हो रहे हैं। आपकी एक्शन टेकन रिपोर्ट कहां है? मैं पढ़ा लिखा मंत्री हूं, मिस गाइड करने की कोशिश मत करो। ठोस जवाब नहीं दे पाए तो सस्पेंड कर दिया। इसी कार्यालय के चपरासी दीपक को भी लापरवाही के मामले में सस्पेंड किया गया है।
लोकेशन नंबर-2
एक्सइन नंबर-3 सतीश शर्मा के कार्यालय में एक शिकायत विज के हाथ लगी। जिसमें 90 दिन में काम पूरा होना था, लेकिन काम समय पर पूरा नहीं होने के छह माह बाद ठेकेदार को शिकायत लिखी है। ऐसी मेहरबानी क्यों की गई? तुरंत एक्सइएन को कारण बताओ नोटिस करने के निर्देश जारी किए।
लोकेशन नंबर-3
डिप्टी डायरेक्टर कार्यालय
अनिल विज डिप्टी डायरेक्ट एकाउंटेंट कार्यालय पहुंचे। यहां पर अधिकारी रामकुमार से पूछा कि आप क्या काम करते हैं? अधिकारी ने कहा सर बिल पास करने व एकाउंट से संबंधित काम होते हैं। आज कौन-कौन से बिल पास किए रिकार्ड दिखाओ। डिप्टी डायरेक्टर रिकार्ड प्रस्तुत नहीं कर सके तो सस्पेंड करने के आदेश जारी कर दिए।
लोकेशन नंबर-4
एक्सइएन एलसी चौहान के कमरे में पहुंचे विज को अधिकारी नहीं मिले। पूछा तो एक कर्मचारी ने कहा डीसी की मीटिंग में गए हैं? विज ने कहा डीसी हैं को किसी को भी बुला लेंगे। कुछ ही देर में एलसी चौहान पहुंच गए और अपनी लोकेशन बताई। विज ने पूछा आप किससे पूछकर निगम कार्यालय से गए थे? ऑन रिकार्ड निगम कार्यालय से जाना साबित नहीं कर पाए तो सस्पेंड कर दिया।
लोकेशन नंबर-5
डीटीपी कार्यालय पहुंचे विज ने डीटीपी मोहन कुमार से पूछा इस माह कितने नक्शे पास किए हैं? रिकार्ड दिखाओ। इसमें काफी समय लग गया तो बोले-मेरे पास इतना समय नहीं है। इतनी ही देर में डीटीपी से संबंधित अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नहीं करने की शिकायतें विज के पास आई। जो एक साल से धक्के खा रहे थे। इस पर एक्शन लेते हुए डीटीपी मोहन कुमार को सस्पेंड कर दिया।
मुझे पार्ट टाइम कमिश्नर नहीं चाहिए
गृह मंत्री अनिल विज की सूचना मिलने पर देरी से निगम कार्यालय पहुंचे निगम आयुक्त निशांत कुमार यादव ने विज को नमस्कार किया और अपना परिचय दिया। इस पर विज ने कहा अब तक कहां थे? आयुक्त ने कहा सर यहां का उनके पास एडिशनल चार्ज है। एचपीएससी के सेक्रेटरी की जिम्मेदारी भी उनको दी गई है, इसलिए चंडीगढ़ गए थे। विज ने पीए को कहा, नाम नोट करो...। मुझे पार्ट टाइम कमिश्नर नहीं चाहिए। फुल टाइम रहकर ही लोगों की शिकायतें सुनी जाएंगी ओर समाधान होगा।
विज ने मेयर से पूछा यहां काम ठीक है, मेयर ने हां कहा तो, मंत्री ने किसी कमरे में ठीक नहीं मिला
करीब सवा घंटे चली इस कार्यवाही में मेयर रेणुबाला गुप्ता भी पहुंची। उनके आने के बाद गृह मंत्री विज ने कहा मैडम यहां सब ठीक चल रह है। मेयर ने कहा मंत्री जी सब ठीक है। विज ने पलटवार किया और कहा मैने तो कई कमरे चेक कर लिए कोई भी काम ठीक नहीं मिला। लापरवाही हद दर्ज की। आपके आदेश की लेटर तक 10-10 दिन पड़े रहते हैं आप कह रही हैं ठीक है।
एक्सइएन ने सीएम का नाम लिया तो भड़के, बोलना अनिल विज ने सस्पेंड किया
एक्सइएन एलसी चौहान ने सीएम का नाम लिया तो विज भड़क गए। बोले- अनिल विज ने सस्पेंड किया है। मुझे वही डिपार्टमेंट दिए जाते हैं जो बिगड़ा होता है। मुझे बिगड़ों को सुधारना आता है। सीएम साहब ने ही मुझे यह बिगड़े हुए डिपार्टमेंट सुधारने के लिए दिए हैं।
पार्षदों ने भी की शिकायत, नहीं सुनते अधिकारी
अनिल विज के समक्ष पार्षदों ने भी अपनी समस्याएं रखी। उन्होंने कहा कि अधिकारी नहीं सुनते। काम को लटकाकर रखते हैं। काम में तेजी लाने की जरूरत है। वार्ड नंबर एक से पार्षद नवीन कुमार, पार्षद युद्धवीर सैनी, पार्षद मेघा भंडारी, पार्षद रजनी प्रोचा, पार्षद इश गुलाटी ने शिकायतें व सुझाव रखे।