गृह मंत्री ने दी सौगात, लेह लद्दाख के -33 डिग्री तापमान में भी नहीं जमेगा पानीपत रिफाइनरी का डीजल
पानीपत रिफाइनरी ने विंटर ग्रेड डीजल बनाया है। माइनस 33 डिग्री में भी यह डीजल नहीं जमेगा। दिल्ली से गृहमंत्री अमित शाह ने इसकी लांचिंग की।
पानीपत, जेएनएन। सर्दियों के मौसम में ट्रक चालकों को अब डीजल जमने की समस्या आड़े नहीं आएगी। रिफाइनरी ने बिना कोई नया प्लांट लगाए विंटर ग्रेड डीजल तैयार किया है। यह डीजल लेह लद्दाख जैसे बर्फीले क्षेत्र में -33 डिग्री तापमान में भी नहीं जमेगा।
पानीपत रिफाइनरी में सामान्य डीजल का बड़े पैमाने पर उत्पादन होता है। नए शोध से विंटर ग्रेड डीजल एक सप्ताह में ही तैयार किया गया है। एक सप्ताह में एक लाख लीटर विंटर डीजल बना कर नया कीर्तिमान बनाया है। खास तरह के इस डीजल की लांचिंग कराने का कार्यक्रम रविवार को दिल्ली में रखा गया। गृह मंत्री अमित शाह ने इसे लांच किया।
10 टैंकर डीजल लद्दाख रवाना
रिफाइनरी सूत्रों के मुताबिक विंटर ग्रेड डीजल के 10 टैंकर लद्दाख के लिए रवाना किए गए हैं। एक टैंकर में 10 हजार लीटर डीजल है। इस डीजल के उपयोग से सर्द मौसम में भी परिवहन में आसानी होगी। माइनस तापमान में चालक को बार-बार इंजन गर्म नहीं करना पड़ेगा। ईंधन की भी बचत होगी। तरलता में इसका पोर प्वाइंट -33 (माइनस 33 डिग्री तक नहीं जमेगा) है।
कैसे बनाया डीजल
रिफाइनरी मुख्यालय के तकनीकी विशेषज्ञों के मुताबिक जिन उपकरणों से सामान्य डीजल तैयार होता है, उसके मिश्रण में कुछ बदलाव कर नया फार्मूला बनाया गया। उससे ङ्क्षवटर ग्रेड डीजल बना है। बायोडीजल से इसका कोई लेना देना नहीं है।
कारगिल और जालंधर डिपो में सप्लाई
स्पेशल विंटर ग्रेड डीजल बीआइएस मानक के मुताबिक बना है। इसे सर्टिफाई भी किया गया है। इसकी की आपूर्ति जालंधर से भी की जाएगी, जहां से लेह और कारगिल डिपो को आपूर्ति होगी।