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निसंतान मुस्लिम सहेली को नवजात बच्ची गोद देकर मुश्किल में आई हिंदू महिला, विवाद के बाद वापस ले गया दंपती

एक हिंदू महिला ने बच्ची पैदा होते ही अपनी निस्संतान मुस्लिम सहेली को गोद दे दिया। इसमें दोनों के पतियों की भी सहमति थी लेकिन हिंदू दंपती के रिश्तेदारों ने आरोप लगाया कि बच्ची को 80 हजार रुपये में बेचा गया है।

By Jagran NewsEdited By: Sonu GuptaPublished: Mon, 30 Jan 2023 02:09 AM (IST)Updated: Mon, 30 Jan 2023 02:09 AM (IST)
निसंतान मुस्लिम सहेली को नवजात बच्ची गोद देकर मुश्किल में आई हिंदू महिला, विवाद के बाद वापस ले गया दंपती
निसंतान मुस्लिम सहेली को नवजात बच्ची गोद देकर मुश्किल में आई हिंदू महिला।

जागरण संवाददाता, पानीपत। एक हिंदू महिला ने बच्ची पैदा होते ही अपनी निस्संतान मुस्लिम सहेली को गोद दे दिया। इसमें दोनों के पतियों की भी सहमति थी, लेकिन हिंदू दंपती के रिश्तेदारों ने आरोप लगाया कि बच्ची को 80 हजार रुपये में बेचा गया है। सूचना मिलते ही बाल कल्याण समिति व चाइल्ड हेल्प लाइन टीम जांच के लिए पहुंच गई। छानबीन में हिंदू दंपती द्वारा मुस्लिम दंपती को बच्ची सौंपने की बात तो सत्य निकली, लेकिन लेनदेन की बात प्रमाणित नहीं हो सकी। यह अवश्य सामने आया कि दोनों दंपतियों ने गोद लेने की वैधानिक प्रक्रिया नहीं अपनाई थी।

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दोनों महिलाएं फैक्ट्री में करती थी साथ में काम

रिश्तेदारों के दबाव डालने पर हिंदू दंपती एक दिन बाद ही बच्ची को मुस्लिम परिवार से वापस लेकर चला आया था। बाल कल्याण समिति के सदस्य डा. मुकेश आर्य ने बताया कि रविवार को किसी ने चाइल्ड हेल्पलाइन पर सूचना दी कि रेहड़ी लगाकर जूस बेचने वाले शास्त्री कालोनी के एक व्यक्ति की पत्नी ने शुक्रवार को बच्ची को जन्म दिया। दंपती ने पैसे लेकर बंगाल के उत्तर दीनाजपुर के मुस्लिम दंपती को बेच दिया है, जो इस समय पानीपत के सैनी कालोनी में रहते हैं। पता चला कि दोनों महिलाएं फैक्ट्री में साथ काम करती थीं। दोनों सहेली बन गईं। मुस्लिम महिला को कोई बच्चा नहीं था। हिंदू महिला गर्भवती थी। उसने अपना बच्चा देने का आश्वासन दिया।

एक मुस्लिम दंपती ने 50 हजार रुपये खर्च किए

थेडा. मुकेश आर्य ने बताया कि 27 जनवरी को आजाद नगर फाटक के पास स्थित एक निजी अस्पताल में आपरेशन से महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया था। इसके कुछ घंटे बाद ही उन्होंने बच्ची को मुस्लिम परिवार को दे दिया था। अस्पताल का 27 हजार रुपये का व्यय भी मुस्लिम दंपती ने वहन किया था। इससे पहले भी महिला के हुए टेस्ट व अन्य खर्चों सहित मुस्लिम दंपती ने 50 हजार रुपये खर्च किए थे। बच्ची की दादी, चाची-ताऊ व अन्य रिश्तेदारों ने दबाव डाला तो बच्ची की मां ने कहा कि उसने मुस्लिम दंपती से 80 हजार रुपये उधार ले रखे हैं, इसे आप चुकता कर दें। इससे क्षुब्ध रिश्तेदारों ने शिकायत कर दी और वे शनिवार को मुस्लिम दंपती से बच्ची लेकर अपने घर आ गए।

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