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राष्ट्रभाषा हिदी ने दिलाई पहचान: नीरज ठाकुर

आज युवा वर्ग अंग्रेजी और फ्रेंच जैसी भाषाओं को ज्यादा महत्व देने लगा है। हमें भूलना नहीं चाहिए कि हमारी राष्ट्रभाषा ने ही हमें विश्व में एक नई पहचान दिलाई है। इसलिए हमारे लिए हिदी भाषा को दैनिक व्यवहार और कार्यकलापों में शामिल करना जरूरी है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 26 Jan 2020 09:05 AM (IST)Updated: Sun, 26 Jan 2020 09:05 AM (IST)
राष्ट्रभाषा हिदी ने दिलाई पहचान: नीरज ठाकुर
राष्ट्रभाषा हिदी ने दिलाई पहचान: नीरज ठाकुर

जागरण संवाददाता, पानीपत : आज युवा वर्ग अंग्रेजी और फ्रेंच जैसी भाषाओं को ज्यादा महत्व देने लगा है। हमें भूलना नहीं चाहिए कि हमारी राष्ट्रभाषा ने ही हमें विश्व में एक नई पहचान दिलाई है। इसलिए हमारे लिए हिदी भाषा को दैनिक व्यवहार और कार्यकलापों में शामिल करना जरूरी है। ये बातें हिदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. नीरज ठाकुर ने आर्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित संगोष्ठी में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कही।

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हिदी भाषा, वर्तमान और भविष्य विषय पर शनिवार को आर्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मनस्वी लेखक राहुल देव मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित रहे। विद्यार्थियों ने संगोष्ठी में बढ़-चढ़ कर भाग लिया। पुस्तक सन्नाटे में मौन नहीं रह सकते हम का विमोचन किया गया। कॉलेज प्राचार्य डॉ. जगदीश गुप्ता ने विद्यार्थियों को राष्ट्रभाषा का सम्मान करने के लिए प्रेरित किया। मुख्यातिथि राहुल देव ने हिदी भाषा के वर्चस्व को बचाने के लिए युवाओं से आगे आने की अपील की। इस मौके पर समिति प्रधान सुरेंद्र शिगला, उपप्रधान यशपाल मित्तल, महासचिव सीएम कमल किशोर, कोषाध्यक्ष पीयूष आर्य, डॉ.अनिल काकड़ा, डॉ. विजय सिंह, डॉ. कंचन प्रभाती, प्रो. ऋतु, प्रो. अकरम, प्रो. नजमा, प्रो. राजेश टुर्ण, प्रो.दिनेश उपस्थित रहे।

विद्यार्थियों को पौधरोपण के लिए किया प्रेरित

जागरण संवाददाता, पानीपत: आर्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय के वनस्पति शास्त्र विभाग की सात दिवसीय हार्टिकल्चर ट्रेनिग का शनिवार को समापन हुआ। आखिरी दिन विद्यार्थियों ने सप्ताह भर सिखाई गई विधियों पर चर्चा की गई। प्राचार्य डॉ. जगदीश गुप्ता ने कहा कि ऐसी गतिविधियों में शामिल होने से ही कुछ नया सीखने के अवसर मिलते है। उन्होंने विद्यार्थियों को पर्यावरण सरंक्षण के प्रति सचेत रहने और पौधरोपण करने के लिए प्रेरित किया। विभागाध्यक्ष डॉ. बलकार सिंह ने बताया कि ट्रेनिग सत्र में विद्यार्थियों को बीजारोपण से लेकर पौध तैयार करना, पौध ट्रांसप्लांट करने, गमलों और ग्रो बैग में फूल और सब्जियां उगाने और पौधों को बीमारियों से बचाने की जानकारी दी गई। इस मौके पर डॉ. नीलू सूद, प्रो. ललिता, प्रो. अदिति शर्मा व अजमेर सिंह ने भी विद्यार्थियों को पेड़-पौधों से संबंधी जानकारियां दी।


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