हाइप्रोफाइल दुष्कर्म व ब्लैकमेलिंग मामला: अब एसआइटी की जांच रिपोर्ट पर टिकी निगाहें
करनाल में हाईप्रोफाइल दुष्कर्म व ब्लैकमेलिंग मामला पर एसआइटी की जांच रिपोर्ट पर निगाहें टिकी हैं। इस मामले में एक स्कूल के संचालक और तहसीलदार पर केस दर्ज है।
पानीपत/करनाल, जेएनएन। दुष्कर्म व ब्लैकमेलिंग के हाइप्रोफाइल मामले को लेकर सभी की निगाहें एसआइटी की जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिसे सोमवार को पुलिस अधीक्षक को सौंपा जा सकता है। वहीं इस मामले की चर्चा शनिवार को भी दिन भर जारी रही। इस बीच एसपी एसएस भौरिया ने दोहराया है कि जांच रिपोर्ट के आधार पर ही अगली कार्रवाई की जाएगी। दोनों पक्षों में से किसी के साथ भी अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। इसी के चलते दो डीएसपी के नेतृत्व में अलग-अलग दो एसआइटी बनाई गई हैं, जिन्होंने पहले दिन से ही जांच शुरू कर दी है।
बता दें कि प्रताप स्कूल के संचालक अजय भाटिया व तहसीलदार राजबख्श के खिलाफ प्रताप स्कूल में ही नौकरी कर चुकी एक महिला ने दुष्कर्म के आरोप लगाते हुए विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कराया है जबकि इसी महिला के खिलाफ दूसरे थाने में स्कूल संचालक को ब्लैकमेल करने के आरोप में केस दर्ज कराया गया है। मामला बेहद गंभीर होने के चलते एसपी ने जांच के लिए दो एसआइटी का गठन किया है, जिनकी अगुवाई डीएसपी जगदीप दून व राजीव कुमार कर रहे हैं। अपनी शिकायत में महिला ने स्कूल संचालक पर पदोन्नति व सैलरी बढ़ाने की आड़ में दुष्कर्म करने के बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। बताया जा रहा है कि महिला ने पहले दी शिकायत में दुष्कर्म के आरोप नहीं लगाए थे, लेकिन दूसरी बार एसपी को दी शिकायत में ये आरोप उक्त दोनों पर लगाए हैं जबकि ङ्क्षप्रसिपल को भी आरोपित बनाया गया है।
वहीं स्कूल संचालक अजय भाटिया का भी कहना है कि महिला उन्हें ब्लैकमेल कर रही थी, जिसके चलते उसे करीब एक माह पहले नौकरी से भी निकाल दिया था। उन पर लगाए गए दुष्कर्म व अन्य आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं, जिनमें किसी भी स्तर पर सच्चाई नहीं है। वहीं तहसीलदार राजबख्श ने बताया है कि वे आरोप लगाने वाली महिला को जानते ही नहीं तो ऐसे संगीन आरोपों का कोई मतलब ही नहीं। उन्हें बेवजह फंसाया गया है। मामले की जांच की जा रही है, जिसमें सच्चाई सभी के सामने आ जाएगी।