साठ मरीजों की जांच, नौ को उच्च रक्तचाप, 15 संभावित
मरीजों को बताया गया कि उच्च रक्तचाप साइलेंट किलर है। लगातार ब्लड प्रेशर अधिक रहने से किडनी खराब और ब्रेन हैमरेज का खतरा रहता है। दौरे पड़ने शुरू हो जाते हैं। इलाज में लापरवाही बरतने पर मरीज की मौत भी संभव है।
जागरण संवाददाता, पानीपत: विश्व उच्च रक्तचाप दिवस के उपलक्ष्य में शुक्रवार को सिविल अस्पताल स्थिति गैर संचारी रोग क्लीनिक में विशेष शिविर लगाया गया। इसमें करीब 60 मरीजों की जांच हुई। उच्च रक्तचाप के नौ मरीज कंफर्म और 15 संभावित मिले। मरीजों को इलाज के साथ परहेज की सलाह दी गई।
साइलेंट किलर है उच्च रक्तचाप
सिविल सर्जन जितेंद्र कादियान ने शिविर का शुभारंभ किया। एमओ डॉ. सुनील कुमार और डॉ. सोनिका ने मरीजों की जांच करते हुए खानपान में नमक की मात्रा कम करने और तैलीय भोजन से दूरी बनाने की सीख दी। मरीजों को बताया गया कि उच्च रक्तचाप साइलेंट किलर है। लगातार ब्लड प्रेशर अधिक रहने से किडनी खराब और ब्रेन हैमरेज का खतरा रहता है। दौरे पड़ने शुरू हो जाते हैं। इलाज में लापरवाही बरतने पर मरीज की मौत भी संभव है। इस मौके पर गैर संचारी रोग क्लीनिक की नोडल अधिकारी एवं डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. शशि गर्ग और एमएस डॉ. आलोक जैन भी मौजूद रहे। कैंसर के तीन नए मरीज
गैर संचारी रोग क्लीनिक में जिन 693 रोगियों ने जांच कराई, इनमें तीन कैंसर के मरीज कंफर्म हुए हैं। इन्हें सीटी स्कैन और एमआरआइ के लिए भेजा गया है। लक्षण
-सिर में दर्द रहना।
-बार-बार उल्टी आना।
-पसीना ज्यादा आना।
-नसों में झनझनाहट रहना।
-सांस लेने में परेशानी।
-ज्यादा गुस्सा आना। कारण
-तनाव की अधिकता।
-आनुवंशिक और मोटापा।
-धूम्रपान, शराब सेवन।
-कम नींद लेना।
-चटपटे और तैलीय भोजन का सेवन।
-दवाओं का अधिक सेवन।
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