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झमाझम बारिश ने बदला मौसम का मिजाज, किसानों की चिता बढ़ी

शनिवार सुबह अचानक हुई बारिश से मौसम का मिजाज बदल गया। दिनभर झमाझम बारिश हुई। बारिश के साथ चली हवा ने मौसम को फिर से ठंडा कर दिया। सुबह मौसम साफ रहा। दस बजे काले बादल छाने के साथ ही बूंदाबांदी शुरू हो गई। 10-15 मिनट तक बूंदाबांदी चलती रही। उसके बाद गरज के साथ झमाझम बारिश हुई।

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Mar 2020 07:10 AM (IST)Updated: Sun, 01 Mar 2020 07:10 AM (IST)
झमाझम बारिश ने बदला मौसम का मिजाज, किसानों की चिता बढ़ी
झमाझम बारिश ने बदला मौसम का मिजाज, किसानों की चिता बढ़ी

जागरण संवाददाता, पानीपत:

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शनिवार सुबह अचानक हुई बारिश से मौसम का मिजाज बदल गया। दिनभर झमाझम बारिश हुई। बारिश के साथ चली हवा ने मौसम को फिर से ठंडा कर दिया। सुबह मौसम साफ रहा। दस बजे काले बादल छाने के साथ ही बूंदाबांदी शुरू हो गई। 10-15 मिनट तक बूंदाबांदी चलती रही। उसके बाद गरज के साथ झमाझम बारिश हुई। दोपहर तक बारिश चलती रही। मौसम विभाग ने 14 एमएम बारिश दर्ज की। कुछ स्थानों पर ओले भी गिरे।

बारिश के कारण जगह-जगह पानी भर गया। बारिश का पानी भरने से बाजारों में ग्राहकी नदारद रही। अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस रहा। पहाड़ों पर बर्फबारी

पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण मैदानी क्षेत्रों में बारिश हुई है। जिससे ठंड बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार मार्च के पहले सप्ताह में भी बारिश होने का अनुमान है। होली तक मौसम के रंग बदलेंगे। किसानों की चिता बढ़ी

बारिश होने से किसानों की चिता बढ गई है। बेमौसमी बारिश से गेहूं की फसल को नुकसान होगा। इन दिनों फसल पकाव पर हैं। ओले गिरने से किसानों की नींद गायब हो गई है। किसानों का कहना है कि इस समय बारिश होने से उनकी मेहनत पर पानी फिर सकता है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों में भी बारिश होने के साथ ओल गिरने की आशंका व्यक्त की है। किसान रवि, राममेहर जागलान, गुरमीत सिंह, दलबीर, कृष्ण पाल ने कहा कि इस समय बारिश से फसलों को नुकसान ही हो रहा है। तेज हवा चलने से फसल गिर सकती है। कृषि वैज्ञानिक बोले- स्थिति नियंत्रित

कृषि वैज्ञानिक डॉ. राजबीर गर्ग ने बताया कि शनिवार को हुई बारिश से फसल को नुकसान नहीं हुआ है। स्थिति फिलहाल नियंत्रित है। यदि अधिक बारिश या ओले पड़ते हैं तो नुकसान हो सकता है। जिले में 85 हजार हेक्टेयर में गेहूं की फसल लगी हुई है। जिले में ब्लॉक स्तर पर बारिश

पानीपत : 14 एमएम

समालखा : 10 एमएम

इसराना : 11 एमएम

बापौली : 7 एमएम बिजली आपूर्ति बाधित

बारिश के कारण कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित रही। तीन से चार घंटे के कट रहे। अकेले संजय कालोनी आठ घंटे तक बिजली आपूर्ति ठप रही। कॉलोनी का फीडर ब्रेक डाउन हो गया था। झमाझम बारिश से जलमग्न सड़कें

बिजली बनी आफत, कई ट्रांसफार्मरों की सप्लाई बाधित

गेहूं की फसल में नुकसान की संभावना समालखा में बेमौसम बारिश से जलभराव हो गया। दोपहिया वाहन सवार गिरकर चोटिल भी हुए। बारिश के चलते इलाके में ब्लैकआउट छाने के कारण लोगों को परेशानी हुई। समालखा सब डिवीजन के एसडीओ ने बताया कि बिजली के कारण माता पुली रोड सहित अन्य जगह रखे आधा दर्जन के करीब ट्रांसफार्मरों में खराबी आई है। उनसे जुड़े एरिया के अलावा एचएसआइआइडीसी और जयभारत फीडर की लाइन फाल्ट के चलते सप्लाई बहाल नहीं हो पाई है। कर्मचारी फाल्ट को ढूंढ़ने में लगे हैं। बाकी जगहों पर चेकिग के बाद सप्लाई बहाल करा दी गई है। इसके अलावा ग्रामीण एरिया में भी कई फीडरों पर सप्लाई प्रभावित होने से अंधेरा छाया रहा। फसल गिरने की संभावना

खंड कृषि अधिकारी डॉ. जितेंद्र सरोहा का कहना है कि ज्यादा बारिश व तेज हवा से फसल के गिरने की संभावना रहती है। इससे फसल को नुकसान ही होता है। उन्होंने किसानों से नीचे इलाके में फसल में जमा पानी को निकालने की सलाह दी।


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