दादूवाल ने कहा, HSGPC में कोई मतभेद नहीं, अफवाहों से बचे सिख-संगत
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का बैठकों का दौर जारी है। प्रधान जत्थेदार बलजीत सिंह दादूवाल ने कहा कि अफवाहों से बचने की जरूरत है। सिख संगत किसी भी अफवाह में न आएं।
कैथल, जागरण संवाददाता। हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एचएसजीपीसी) के प्रधान जत्थेदार बलजीत सिंह दादूवाल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद प्रदेश भर के सिखों में खुशी की लहर है। इसके बाद हरियाणा के सभी गुरुद्वारों, बोर्डों, ट्रस्टों और संस्थानों की सेवा-संभाल का जिम्मा एचएसजीपीसी के हाथों में आ जाएगा।
एसजीपीसी का इससे कोई लेना-देना नहीं रहेगा। इस हक को हासिल करने के लिए आठ साल का समय लग गया। अब कमेटी को कानूनी मान्यता दे दी गई है। जत्थेदार दादूवाल वीरवार को कैथल के गुरुद्वारा मंजी साहिब में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि कमेटी के भीतर किसी भी तरह का कोई मतभेद नहीं है। सिख संगत ऐसी अफवाहें से बचे और एकजुट होकर हरियाणा कमेटी को मजबूत करने का काम करे। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद प्रदेश के किसी भी गुरुद्वारे का फंड, एफडी सहित हर तरह का वित्तीय फंड अब शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के पास नहीं जाएगी। जहां से उनके पास फोन आ रहे हैं, वह वहां पहुंच कर गुरुद्वारों का प्रबंध लोकल समितियों को सौंप रहे हैं।
इसके साथ ही कागजी प्रक्रिया चलती रहेगी। जब तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती, तब तक सारी व्यवस्था स्थानीय समितियों के हाथ रहेगी। उन्होंने कहा कि आज तक एसजीपीसी ने कभी हरियाणा के गुरुद्वारों के विकास पर पैसा खर्च नहीं किया। कैथल के गुरुद्वारा मंजी साहब के नए भवन का निर्माण भी गुरु तेग बहादुर सेवा दल करवा रहा है, जबकि यह एसजीपीसी को करवाना चाहिए था।
जत्थेदार दादूवाल ने कहा कि एचएसजीपीसी का कार्यालय अभी तक गुरुद्वारा छठी व नौवीं पातशाही चीका में चल रहा था, लेकिन अब मुख्य कार्यालय गुरुद्वारा छठी पातशाही कुरुक्षेत्र में होगा। क्षेत्रीय कार्यालय एक जींद में है और पंचकूला के गुरुद्वारा नाडा साहब में। उन्होंने कहा कि सिख संगत से आह्वान किया गया है कि शांतिपूर्ण तरीके से सभी गुरुद्वारों का प्रबंधन संभालना है। इस मौके पर एडवोकेट मनिंद्र सिंह, कमेटी के कोषाध्यक्ष स्वर्ण सिंह रतिया, बीबी बलजिंद्र कौर, गुरप्रसाद सिंह, मलकीत सिंह गुराया, अंग्रेज सिंह गुराया, तेजेंद्रपाल सिंह भाटिया, एसडीएम कैथल डा. संजय कुमार, डीएसपी रविंद्र सांगवान मौजूद रहे।