हरियाणा के बेटे ने दिखाई सोच की उड़ान, पानीपत से निकली गुलमकई देगी दुनिया को खास संदेश
हरियाणा के पानीपत के फिल्मकार की फिल्म पूरी दुनिया को खास संदेश देगी। पानीपत के संजय सिंगला ने मलाला युसुफजई की जिंदगी पर फिल्म गुलमकई बनाई है और यह आज रिलीज हो गई।
पानीपत, [अरविन्द झा]। मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है...। कलम की ताकत से इस्लामी दुश्मनों को बेनकाब करने वाली मलाला युसुफजई के संघर्षों पर बनी गुलमकई फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। शार्ट मूवी बनाने के इरादे से वालीवुड में कदम रखने वाले हरियाणा के पानीपत के बेटे संजय सिंगला की फिल्म पूरी दुनिया को खास संदेश देगी। सिंगला ने 'गुलमकई'फिल्म बना कर एक बार फिर पानीपत का नाम विश्व के पटल पर चमकाया है। पानीपत से निकली गुलमकई फिल्म अब दुनिया के बेटियों को विषम परिस्थितियों से लोहा लेकर जीवन में कामयाब होने की प्रेरणा देगी।
देशभर के सिनेमाघरों में आज रिलीज हो गई मलाला युसुफजई पर बनी फिल्म गुलमकई
गुलमकई फिल्म में पाकिस्तान के उस स्वात वैली का दृश्य दिखाया गया है जहां 15 वर्ष की मलाला को शिक्षा हासिल करने से रोका गया। गोलियां भी खानी पड़ी थी। इन सब संघर्षों को झेल कर मुस्लिम कौम की बहादुर बेटी मलाला ने हार नहीं मानी। कलम की ताकत को बनाए रखा। तालिबानियों के जुल्म को ब्लॉग (गुलमकई) में लिख कर दुनिया को बताती रही कि गोलियों से उसका कुछ बिगडऩे वाला नहीं है। वन चाइल्ड, वन टीचर, वन बुक एंड वन पेन कैन चेंज द वर्ल्ड...। मन में इस पंक्ति को बार बार दोहरा कर जुनून बनाए रखा।
परिवार के सदस्यों और मित्रों के साथ संजय सिंगला।
35 करोड़ बजट की है फिल्म, चार साल में बन कर हुई तैयार
हैंडलूम व्यापारी संजय सिंगला कहते हैं, 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पानीपत की धरती से बेटी बचाओ का नारा दिया। समाज में रहने वाली हजारों बहादुर बेटियों को प्रेरणा देने के लिए मलाला पर एक मूवी बनाने की सोच लेकर मुंबई की उड़ान भरी। एक कार्यक्रम के दौरान निर्देशक अमजन खान से हुई मुलाकात ने उनके सपनों को पंख लगा दी। चार साल की कठिन मेहनत के बाद फिल्म तैयार हुई है।
मलाला का किरदार निभा रहीं रीम शेख।
टेलर को 14 मिलियन व्यू
गुलमकई फिल्म में खास बात यह कि शूटिंग के दौरान एक बार भी री-टेक नहीं लिया गया। 10-12 कैमरे लगा कर पूरी फिल्म सूट की गई। सवा दो घंटे की इस फिल्म की शूटिंग गुजरात के भुज, जम्मू कश्मीर और मुंबई में हुई। मुंबई में बीते 10 जनवरी को रिलीज किए गए इस फिल्म के टेलर को 14 मिलियन से अधिक व्यू मिले।
फिल्म की शूटिंग के दौरान संजय सिंगला।
लंदन में प्रीमियर शो
संयुक्त राष्ट्र संघ की शांति दूत व नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला युसूफजई का परिवार लंदन में रहता है। जनवरी 2019 में इस फिल्म का प्रीमियर शो भी वहीं किया गया। राज्यसभा सांसद रामदास आठवले सहित यूएनओ और पाकिस्तान के कई कूटनीतिज्ञों ने इस फिल्म को सराहा।
कलम की ताकत से जीत सकते जंग
दैनिक जागरण से खास बातचीत में फिल्म प्रोड्यूसर संजय सिंगला ने बताया कि मलाला के संघर्षों को बड़े पर्दे पर उभारने का यह मेरा एक छोटा प्रयास है। मलाला का रोल रिम शेख ने निभाया है। अपने देश में भी सैकड़ों मलाला हैं जो इस प्ररेणादायी फिल्म से बहुत कर हासिल कर करेंगी।
वह कहते हैं, कलम की ताकत से बड़ी से बड़ी जंग जीती जा सकती है। मलाला ने यह कर दिखाया। सबजेक्ट अच्छा मिला। सपोर्ट भी मिल गया। तब मैं इस मुकाम पर पहुंचा हूं। मेरी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट करेगी। भविष्य में चैलेंजिंग सब्जेक्ट पर फिल्म बनाने का प्रयास जारी रहेगा।
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