Move to Jagran APP

मंधार सरपंच और फौजी भाई ने करवाई थी गुरविंद्र की हत्‍या, पांच गिरफ्तार

गुरविंद्र की हत्‍या की साजिश मंधार के सरपंच और उसके फौजी भाई ने रची थी। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि गुरविंद्र दोनों भाईयों के बारे में आरटीआइ व शिकायतें भेजकर परेशान कर रहा था।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Fri, 17 Jul 2020 05:26 PM (IST)Updated: Fri, 17 Jul 2020 05:26 PM (IST)
मंधार सरपंच और फौजी भाई ने करवाई थी गुरविंद्र की हत्‍या, पांच गिरफ्तार
मंधार सरपंच और फौजी भाई ने करवाई थी गुरविंद्र की हत्‍या, पांच गिरफ्तार

पानीपत/यमुनानगर, जेएनएन। मंधार के समाजसेवी 48 वर्षीय गुरविंद्र सिंह की हत्या की साजिश गांव के ही सरंपच रणबीर सिंह व उसके भाई फौजी अनिल कुमार ने रची थी। गुरविंद्र सिंह दोनों भाईयों की आरटीआइ लगाकर व शिकायतें कर परेशान कर रहा था। वारदात को 30 जून की शाम को सरपंच के साले सोनीपत के गांव शाहपुर तगा के भूपेंद्र, मंधार के मंगा व अनिल कुमार ने अंजाम दिया, जबकि गांव के ही लखविंद्र ने रेकी की थी। एसपी कमलदीप गोयल ने प्रेसवार्ता कर इस हत्याकांड का पर्दाफाश किया। सीआइए वन की टीम ने हत्यारोपितों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां से उनका पांच दिन का रिमांड मांगा गया है। 

loksabha election banner

फर्जी जाति प्रमाण पत्र कर रहा था फौजी को परेशान

एसपी के मुताबिक, अनिल कुमार वर्ष 2007 में वह सिख रेजीमेंट में भर्ती हुआ था। वर्तमान में उसकी पोस्टिंग उप्र के फर्रुखाबाद यूनिट में है। मृतक गुरविंद्र दो-तीन साल से उसके खिलाफ जाली जाति प्रमाण (अनुसूचित जाति का) पत्र पर भर्ती होने की शिकायत दे रहा था। जिसमें उसकी सेना में जांच चल रही है। एक साल बाद उसकी रिटायरमेंट भी थी। उसे खतरा था कि इस शिकायत की वजह से उसकी नौकरी खराब हो जाएगी। उसके भाई सरपंच रणबीर सिंह की विकास कार्यो व अन्य तरह की आरटीआइ लगाकर भी परेशान कर रहा था। इससे काफी तनाव में थे। 

तीन हथियार व तीन फेक आईडी पर सिम खरीदें 

17 जून को अनिल 45 दिनों की छुट्टी लेकर घर आया। वह फर्रूखाबाद से ही देसी पिस्टल, देसी कट्टा, देसी सिक्सर व कारतूस लेकर आई। फेक आइडी पर तीन सिम भी साथ लेकर आया था। 24 जून को उन्होंने योजना बनाई। दो सिम लखविंद्र व मंगा को दिए। एक अपने पास रखा। जिससे तीनों आपस में बातें करते थे। 30 जून को गुरविंद्र के गांव में आने की सूचना मिली, तो अनिल, उसका साला भूपेंद्र व मंगा सिंह स्पलेंडर बाइक पर आए। अनिल व भूपेंद्र ने गुरविंद्र को गोली मारी। मंगा मंगा चला रहा था। बाइक भूपेंद्र सोनीपत से लेकर आया था,ताकि पुलिस का शक गांव के बाहर के हत्यारोपितों पर हो। 

2017 से चल रहा सरपंच के साथ विवाद 

आरोपित सरपंच रणबीर सिंह ने बताया कि वह निष्पक्ष तरीके से ग्रांट का प्रयोग करता था। 2017 में ग्रांट को लेकर उसकी गुरविंद्र से कहासुनी हुई थी। इसके बाद से ही गुरविंद्र उस पर झूठे आरोप लगाकर शिकायत कर रहा था। इसके अलावा आरोपित मंगा सिंह को भी गुरविंद्र ने जनवरी माह में शादी से एक सप्ताह पहले पिटवाया था। उसकी भी यही रंजिश थी। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.