मौसम: पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से हरियाणा में होगा बड़ा बदलाव, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान पर भी पड़ेगा असर
Weather हरियाणा के कई जिलों में हुई बारिश के कारण शुक्रवार को घना कोहरा छाया रहा। तापमान में गिरावट दर्ज की। आने वाले दिनों में भी बारिश के आसार हैं। वहीं पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से हरियाणा दिल्ली पंजाब और राजस्थान के मौसम में बड़ा बदलाव हो सकता है।
करनाल/कैथल, जागरण संवाददाता। शुक्रवार सुबह एक बार फिर धुंध की चादर ने तमाम इलाकों को लपेट लिया। तापमान में गिरावट के साथ ही ठिठुरन भी बढ़ गई। वहीं, हरियाणा व पंजाब सहित पूरे उत्तर भारत में सर्दकालीन बरसात का लंबा दौर चला है। अभी यह दौर समाप्त नहीं हुआ है। 23 जनवरी तक बरसात की संभावना भी बनी हुई है। उत्तरी मैदानी इलाकों में तापमान कम होने से ठंड का प्रकोप बना है।
सर्द मौसम में अधिकांश हिस्सों में तापमान काफी गिर गया है, जो सीजन के सबसे कम दिन के तापमान की सामान्य सीमा से पांच से आठ डिग्री सेल्सियस तक कम दर्ज किया जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार कड़ाके की ठंड का यह दौर अभी कायम रहने के आसार हैं। इस बीच शुक्रवार को सुबह न्यूनतम तापमान 7.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जबकि नमी सौ प्रतिशत आंकी गई। माना जा रहा है कि अगले कुछ दिन धुंध पड़ने और बूंदाबांदी का सिलसिला इसी प्रकार जारी रह सकता है। ऐसे में कड़ाके की ठंड का जनजीवन पर भी सीधा असर दिख रहा है। लोग सर्दी से बचने के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं। जबकि धुंध के कारण दृश्यता घटने के साथ ही यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है।
सक्रिय हो सकता है पश्चिमी विक्षोभ
वहीं मौसम विभाग के मुताबिक अब एक और सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ आ सकता है, जो प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण द्वारा सहायता प्रदान करता है। यह अच्छी तरह से चिह्नित परिसंचरण सीमा पार से पश्चिम राजस्थान और आसपास के क्षेत्र में प्रवाहित होगा। इस बीच उत्तरी राजस्थान, दिल्ली और हरियाणा के कुछ हिस्सों में बरसात शुरू होने तक सीमित रहेगी। बाद में, यह पूरे पंजाब, हरियाणा, उत्तर और पूर्वी राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में सरपट दौड़ते हुए फैलेगा और तेज होगा। इसकी चरम गतिविधि 22 और 23 जनवरी को होने की उम्मीद है। इसका प्रभाव 24 जनवरी को कम होना शुरू हो जाएगा। इसके बाद 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर हरियाणा और दिल्ली से पूरी तरह से बाहर निकल जाएगा।
कैथल में सुबह ही छाया घना कोहरा, न्यूनतम तापमान भी लुढ़का
शुक्रवार को मौसम ने एक बार फिर से करवट ली है। सुबह से ही घना कोहरा छाया है। इस दौरान 150 मीटर के करीब की दृश्यता रही है। जिस कारण वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं, घने कोहरे के कारण न्यूनतम तापमान भी लुढ़का है। शुक्रवार सुबह के समय सात डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। जबकि वीरवार को यह तापमान 10 डिग्री दर्ज किया गया था। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के तहत आज व शनिवार को बरसात की संभावना है, लेकिन जिस प्रकार से सुबह से कोहरा छाया है। उससे बरसात नहीं हो सकती। बढ़ी हुई ठंड के बीच अलाव ही लोगों के लिए ठंड से बचाव का सहारा बनी है। वहीं, लोग ठंड से बचाव के लिए अलाव का सहारा भी ले रहे हैं।
आज व कल बरसात होने की संभावना
चौधरी चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय के अधीन कृषि विभाग के मुख्य समन्वयक डा. रमेश चंद्र वर्मा ने बताया कि आज व कल बरसात होने की संभावना है। इस बरसात से गेंहू की फसल को कोई नुकसान नहीं होगा। अधिक बरसात होने की स्थिति में सरसों व सब्जियों की फसल हो नुकसान होगा। सुबह व शाम के समय लगातार कोहरा छाए रहने की भी संभावना बनी रहेगी।