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Haryana Weather forecast : हरियाणा में फिर सक्रिय हुआ मानसून, जानिए पानीपत सहित आसपास 5 सितंबर तक कैसा रहेगा मौसम

मानसून एक बार फिर से सक्रिय हो गया है। मंगलवार को जोरदार बारिश के बाद से गर्मी से राहत मिली है। वहीं कुरुक्षेत्र हिसार सहित कई क्षेत्रों में बुधवार सुबह से ही बारिश हो रही है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि अभी बारिश होगी।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Wed, 01 Sep 2021 10:31 AM (IST)Updated: Wed, 01 Sep 2021 10:31 AM (IST)
Haryana Weather forecast : हरियाणा में फिर सक्रिय हुआ मानसून, जानिए पानीपत सहित आसपास 5 सितंबर तक कैसा रहेगा मौसम
हरियाणा के कई जिलों में बुधवार सुबह बारिश हुई।

पानीपत, जागरण संवाददाता। पूर्वी हवाओं के बाद मौसम में बदलाव आया है। ऐसे में मानसून के दोबारा से सक्रिय होने पर सोमवार रात के बाद मंगलवार दोपहर हुई झमाझम बारिश से न केवल अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज हुई है, बल्कि गर्मी कम होने पर लोगों को राहत मिली है।

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मंगलवार को हवा की गति 18 किलोमीटर प्रति घंटा व नमी 80 फीसद रही। दोपहर को दो बजे अधिकतम तापमान जहां 32, वहीं न्यूनतम 25 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम वैज्ञानियों की मानें तो आने वाले चार से पांच सितंबर तक मौसम में ऐसे ही बदलाव होता रहेगा और बारिश की संभावना बनती रहेगी। दूसरी ओर कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि बारिश लंबी चलने पर किसानों की धान की अगेती फसल के लिए घाटे का सौदा साबित हो सकती है। बारिश से खेत में जलभराव सब्जी को भी नुकसान होगा।

मौसम वैज्ञानियों के मुताबिक एक सप्ताह पहले मानसूनी टर्फ रेखा हिमालय की तलहटियों की तरफ बढ़ गई थी। अब बंगाल की खाड़ी पर हवाओं के चक्रवात बनने के कारण प्रदेश में दोबारा से मानसून सक्रिय हुआ है। ऐसे में पानीपत व अन्य जिलों में आगामी पांच सितंबर तक आसमान में बादल छाए रहने के साथ हलकी व मध्यम बारिश की संभावना बनी रहेगी।

अगले तीन घंटे में बारिश

मौसम विज्ञानियों की मानें तो बुधवार को सुबह एक बजे तक कैथल, करनाल, कुरुक्षेत्र, पानीपत, अंबाला, यमुनानगर सहित जींद व इनके आसपास के क्षेत्रों में बारिश होगी।

फसलों का रखें ख्‍याल

कृषि विज्ञान केंद्र से मौसम विशेषज्ञ डा. राजेश कुमार ने बताया कि कपास व धान की फसल में किसान सिंचाई व स्प्रे मौसम को ध्यान में रखते हुए करें। फसलों की निगरानी भी रखें, ताकि कोई बीमारी फसल में आने पर समय पर उपचार किया जा सके।

अगस्‍त में नहीं हुई ज्‍यादा बारिश

अगस्त के महीने में ज्यादा बारिश नहीं हुई। पिछले साल जहां अगस्त के महीने में 10 दिन बादल बरसे और 204 एमएम बारिश दर्ज हुई। लेकिन इस बार अगस्त महीने में चार-पांच बार ही बरसात हुई है, जो लगभग 100 एमएम के आसपास बताई जा रही है। मंगलवार सुबह से ही मौसम में गर्माहट महसूस की जा रही थी। 11 बजे तक उमस काफी ज्यादा बढ़ गई थी। करीब साढ़े 11 बजे असमान में काले बादल छाने शुरू हो गए और 12 बजते ही बरसात शुरू हो गई। लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली।


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