Haryana weather update: हरियाणा में ब्रेक से लौटा मानसून, जमकर बरसेगा, जानिए अगले 24 घंटे में मौसम का हाल
मानसून अब एक बार फिर से सक्रिय होने लगा है। मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि अगले 24 घंंटों में बारिश होगी। वहीं मानसून के बावजूद अगस्त का सूखा खत्म कल देश के कई क्षेत्रों में रिकार्ड हुई औसत से अधिक बारिश।
करनाल, जागरण संवाददाता। इस बार सूखे बीत रहे अगस्त माह में जाते-जाते राहत की बरसात होगी। अगले 24 घंंटे में बारिश होगी। बारिश होने से गर्मी से भी निजात मिलेगी। वहीं, हरियाणा के पानीपत सहित कुछ क्षेत्रों में आज बारिश की संभावना है।
18 अगस्त को देश के अधिकतर हिस्सों में जमकर बारिश हुई। हालांकि हरियाणा व पंजाब अभी इस बरसात से अछूते रहे हैं, लेकिन देशभर में 18 अगस्त को 8.0 मिमी के दैनिक सामान्य के मुकाबले 8.6 मिमी की बरसात दर्ज की गई। 01 से 17 अगस्त तक, दैनिक आंकड़े लगातार सामान्य से नीचे बने हुए थे। वहीं 01 से 18 अगस्त के बीच सामान्य बरसात 159.9 मिमी की तुलना में कुल सिर्फ 110.4 मिमी बरसात दर्ज की गई है। जिसके परिणामस्वरूप 31 प्रतिशत की भारी कमी दर्ज की गई।
11 और 16 अगस्त के बीच बरसात का रिकार्ड सबसे खराब था। उस दौरान यह कमी 40 प्रतिशत से अधिक थी। रिकार्ड के अनुसार यह सबसे खराब अगस्त रहा है और अगर इस महीने के शेष दिनों में पर्याप्त बरसात नहीं हुई तो यह आंकड़े और अधिक नीचे पहुंच जाएंगे।
अगले 72 घंटे में बरसात की संभावना बनी
मौसम विभाग के मुताबिक अगस्त का पहला निम्न दबाव क्षेत्र पहले ओडिशा तट को पार कर गया था और अब इसे छत्तीसगढ़ और आस-पास के इलाकों पर चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के रूप में चिह्नित किया गया है। यह मौसमी सिस्टम कल मध्य मध्य प्रदेश और अगले 24 घंटों में उत्तर मध्य प्रदेश में चला जाएगा। ये मौसमी स्थितियां मानसून को लगभग सामान्य स्थिति में बनाए रखने में मदद करेंगी। अगले 72 घंटों में देश के पूर्वी और मध्य भागों में व्यापक रूप से बरसात होने की संभावना है। इसके अलावा राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के कुछ हिस्सों में भी बरसात की गतिविधियां हो सकती हैं। इसके बाद बरसात की गतिविधि गंगा के मैदानी इलाकों और दक्षिण प्रायद्वीप के कुछ आंतरिक भागों में अधिक केंद्रित होगी। वहीं 22 अगस्त तक दैनिक आधार पर सामान्य या सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है और बाद में इसमें कमी आ सकती है।
देशभर में यह बना हुआ है मौसम सिस्टम
छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश पर बना हुआ निम्न दबाव का क्षेत्र अब कमजोर हो गया है। एक चक्रवाती परिसंचरण उसी क्षेत्र में बना हुआ है और इसके पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में मध्य प्रदेश के उत्तरी भागों की ओर बढ़ने की उम्मीद है। एक ट्रफ रेखा विदर्भ से तेलंगाना और रायलसीमा होते हुए तमिलनाडु के तटीय इलाकों तक फैली हुई है। मानसून की टर्फ गंगानगर, अलवर, ग्वालियर, सीधी, जमशेदपुर, दीघा और फिर पूर्व दक्षिण पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी की ओर जा रही है। चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पाकिस्तान के मध्य भाग पर बना हुआ है।