सरदारी को लेकर दो धड़ों में बंट गई एचएसजीपीसी, जानिए कौन-कौन किस ग्रुप में
हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एचएसजीपीसी) के चुनाव से पहले दो गुटों में सामने आ गए। जगदीश सिंह झिंडा के इस्तीफे के बाद से प्रधान पद को लेकर खींचतान शुरू हो गई।
पानीपत/कैथल, [पंकज आत्रेय]। हरियाणा के सिखों के लिए लड़ने का दम भरने वाली हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एचएसजीपीसी) अब खुद ही दो धड़ों में बंटती नजर आ रही है। फरवरी माह में स्वास्थ्य कारणों के चलते अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले जगदीश सिंह झिंडा एक महीने के लिए कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए जत्थेदार बलजीत सिंह दादूवाल के खिलाफ मुखर हो गए हैं।
हफ्ते भर पहले सिरसा में दिए उनके बयान को लेकर कमेटी के भीतर ही द्वंद्व मच गया और दादूवाल खेमे ने उन्हें घेरने का प्रयास भी किया। बाद में झिंडा ने अपने बयान को तोड़ने-मोड़ने की बात कहकर मामला शांत किया, लेकिन बीते रोज उन्होंने अपने खेमे की एक गुपचुप बैठक कर कमेटी के अध्यक्ष पद के लिए अपना उम्मीदवार मैदान में उतार दिया है। अब बलजीत सिंह दादूवाल दो अगस्त को कमेटी के राज्य कार्यालय छठी एवं नौंवी पातशाही गुरुद्वारा चीका में बैठक करने जा रहे हैं। उनकी तरफ से वे खुद अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार होंगे या किसी अन्य वरिष्ठ सदस्य को आगे करेंगे, यह उसी दिन तय होगा। ज्यादा संभावनाएं इसी बात की लग रही हैं कि समर्थक दादूवाल को ही अपना उम्मीदवार चुनकर चुनावी मैदान में उतार दें।
बता दें कि 13 अगस्त को हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की कार्यकारिणी के चुनाव होने जा रहे हैं। सात अगस्त तक सभी सदस्य अपना नामांकन फार्म भर सकते हैं और नौ अगस्त तक नाम वापस लिए जा सकते हैं। जत्थेदार दादूवाल की तरफ से यह सारी कार्यकारिणी की चयन करवाने के लिए कमेटी के सचिव दर्शन सिंह बुराड़ी को नियुक्त किया गया।
झिंडा ने की गुपचुप बैठक
बीते रोज हरियाणा सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी (एचएसजीपीसी) झिंडा ग्रुप की बैठक अंबाला रोड स्थित एक होटल में हुई। कमेटी के 36 में से 20 सदस्यों ने भाग लिया। सर्वसम्मति से फैसला लेते हुए 13 अगस्त को कमेटी के राज्य कार्यालय छठी एवं नौवीं पातशाही गुरुद्वारा में होने वाले प्रधान पद के चुनाव को लेकर जसवीर सिंह खालसा को अपना उम्मीदवार नियुक्त किया। तीन से चार अन्य सदस्यों का भी समर्थन होने का दावा किया है।
इस साल फरवरी माह में झिंडा ने स्वास्थ्य कारणों के चलते दिया था इस्तीफा
14 जुलाई 2014 को हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का चयन हुआ था। 28 जुलाई 2014 को कुरुक्षेत्र के कार सेवा गुरुद्वारे में जगदीश सिंह झिंडा को सर्व-सम्मति से कमेटी का प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त किया था। प्रदेश के कुल 72 गुरुद्वारों में से पांच गुरुद्वारों की देखरेख एचएसजीपीसी कर रही है। जिनका कुल बजट 1 करोड़ 85 लाख रुपये है। इनमें गुहला का छठी और नौंवी पातशाही गुरुद्वारा, एक यमुनानगर और तीन कुरुक्षेत्र के गुरुद्वारे शामिल हैं। जबकि अन्य गुरुद्वारे शिरोमणि प्रबंधक कमेटी के अधीन हैं। इस साल फरवरी माह में स्वास्थ्य कारणों के चलते झिंडा ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद यह पद खाली था। 13 जुलाई को कमेटी के कुछ सदस्यों ने कमेटी के राज्य कार्यालय में बैठक करते हुए जत्थेदार बलजीत सिंह दादूवाल को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया था। हालांकि झिंडा ग्रुप के सदस्यों ने इसका विरोध करते हुए धक्के से कार्यकारी प्रधान बनने की बात कही।