हादसे रोकने को हरियाणा रोडवेज का सख्त कदम, बस चलाते समय चालक नहीं कर सकेंगे मोबाइल पर बात
18 फरवरी को यह आदेश जारी किये गए हैं। यह इसलिए किया गया क्योंकि आए दिन मोबाइल फोन इस्तेमाल के कारण बस दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। पूर्व में इस तरह के आदेश जारी भी हो चुके हैं।
पानीपत/कैथल, जेएनएन। रोडवेज विभाग के राज्य कार्यालय की तरफ से एक पत्र जारी करते हुए सभी रोडवेज जीएम को भेजा गया है। इसमें आदेश जारी किए गए हैं बस चलाते समय कोई भी चालक मोबाइल फोन इस्तेमाल न करें और न ही परिचालक मोबाइल पर बात करवाए। अगर ऐसा करता कोई चालक या परिचालक मिला तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश जारी किये गए हैं। 18 फरवरी को यह आदेश जारी किये गए हैं। यह इसलिए किया गया क्योंकि आए दिन मोबाइल फोन इस्तेमाल के कारण बस दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। पूर्व में इस तरह के आदेश हो भी चुके हैं, इसलिए विभाग ने ड्यूटी के समय चालकों को मोबाइल इस्तेमाल न करने के आदेश जारी किये हैं। वहीं चेकिंग स्टाफ को भी निर्देश दिये गए हैं बसों की चेकिंग करते समय इस बात का भी ध्यान रखें कि अगर चालक मोबाइल पर बातचीत कर रहा है तो उसकी रिपोर्ट कार्यालय में दें, ताकि उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सके।
अकसर बस चलाते समय फोन का इस्तेमाल करते हैं चालक
जिला रोडवेज विभाग में कुल 140 बसें हैं। 205 चालक और 215 के करीब परिचालक हैं। कैथल बस अड्डा से दिल्ली, चंडीगढ़, जयपुर, सिरसा, हरिद्वार, पंजाब सहित अन्य शहरों को बसें जाती हैं। अकसर देखने में आता है कि चालक बस चलाते समय फोन सुनते दिखाई देते हैं। इस कारण हादसे का डर यात्रियों को बना रहता है। धुंध के समय तो और भी परेशानी इस तरह की आती है। हादसों को देखते हुए ही रोडवेज विभाग की तरफ से यह फैसला लिया गया है कि चालक बस चलाते समय मोबाइल का प्रयोग न करें। वहीं बसों में चालक व परिचालक बिना वर्दी पहने भी चलते हैं। यात्रियों का कहना है कि चालक और परिचालकों को ड्यूटी टाइम में वर्दी में रहना चाहिए।
हादसों को रोकने के लिए उठाया कदम
जीएम अजय गर्ग ने बताया कि विभाग की तरफ से पत्र जारी कर ऐसे आदेश जारी किए गए हैं। उन्होंने सभी चालकों और परिचालकों को ड्यूटी के समय मोबाइल का प्रयोग न करने के आदेश दिये हैं। हादसों को रोकने के लिए ही विभाग की तरफ से ये कदम उठाया गया है।