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पानीपत में प्रेमी के संग जा रही बहन को भाई ने रोका, आशिक ने की मारपीट, मौत

पानीपत में प्रेमी संग जा रही बहन को रोकने पर भाई से उसके आशिक ने मारपीट की। इससे उसकी मौत हो गई। पिता ने बेटी सहित पांच पर हत्‍या का केस दर्ज कराया है।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Thu, 10 Sep 2020 09:48 PM (IST)Updated: Thu, 10 Sep 2020 09:48 PM (IST)
पानीपत में प्रेमी के संग जा रही बहन को भाई ने रोका, आशिक ने की मारपीट, मौत
पानीपत में प्रेमी के संग जा रही बहन को भाई ने रोका, आशिक ने की मारपीट, मौत

पानीपत, जेएनएन। प्रेमी के साथ बाइक पर जा रही बहन को रोकना भाई की जिंदगी पर भारी पड़ गया। जहर की वजह से परिवार के इकलौते बेटे की मौत हो गई। पिता ने अपनी ही बेटी सहित पांच के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया है। बताया जा रहा है कि प्रेमी चार बच्चों का पिता है।

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सुनील कुमार ने पुलिस को बताया कि वह खेतीबाड़ी करता है। उसके तीन बच्चे हैं। दो बड़ी लड़की, बेटा वंश छोटा लड़का था। वंश से बड़ी बहन करहंस के एक कालेज से बीएड कर रही है। वह बुधवार सुबह 9 बजे घर से कालेज के बहाने निकली थी। उसके जाने के बाद गांव का नगेंद्र उर्फ कुकू भी बाइक से निकला। शक होने पर वंश ने दोनों का बाइक से पीछा किया। 

सवारी वाहन से नारायणा फाटक, समालखा पहुंचने पर बेटी रास्ते में नगेंद्र की बाइक पर बैठ गई। वंश वहीं पर बहन को समझाने लगा, लेकिन वह नहीं मानी। बाद में नगेंद्र और उसके बेटे के बीच मारपीट हुई। उसके बेटे ने फोन पर घटना की सूचना उसे दी। 

नगेंद्र ने अपने स्वजनों को बुला लिया। वंश बेहोशी की हालत में नई अनाज मंडी स्थित गोशाला के पास झाडिय़ों में मिला। मोबाइल पर मिली लोकेशन से स्वजनों ने उसे तलाशा। तीन बजे के करीब समालखा के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। डाक्टर ने वंश को पानीपत ले जाने कहा, जहां रात में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।

जांच की जा रही है 

डीएसपी प्रदीप कुमार ने बताया कि पिता की शिकायत पर उसकी लड़की चारूल, प्रेमी नगेंद्र व नगेंद्र के तीन भाइयों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद हत्या का राज खुलेगा। 

पिता का आरोप, पुलिस सतर्क होती तो बच जाता बेटा 

सुनील ने वंश के साथ मारपीट करने, फिर जहर पिलाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि बुधवार को ही पुलिस को झगड़े की शिकायत दी थी। पुलिस ने बेटी की गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज किया। उसके बेटे को खोजने का प्रयास नहीं किया। शाम तक बेटे के आ जाने की बात कही। पुलिस तत्परता दिखाती तो शायद वंश बच जाता। 


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