शहर की चौधर को लेकर चढ़ने लगा चुनावी पारा, भाजपा, कांग्रेस, जजपा, इनेलो नामों पर कर रहे मंथन
Haryana Local Body Polls 2022 हरियाणा में नगर निकाय चुनाव को लेकर चुनावी पारा चढ़ने लगा है। भाजपा कांग्रेस जजपा और इनेलो में उम्मीदवारों के नामों पर मंथन किया जा रहा है। दो तीन दिन में पार्टी उम्मीदवारों के नामों पर लग जाएगी मुहर।
भिवानी, [सुरेश मेहरा]। Haryana Local Body Polls 2022: शहर की चौधर किसके हाथ होगी पहली बार सीधे तौर पर जनता तय करेगी। खास बात यह भी यह चौधर आधी आबादी यानि महिला के हिस्से आई है। इससे पहले जनता पार्षद चुनती थी और पार्षद चेयरमैन। चुनावी पारा चढ़ने लगा है। भाजपा, कांग्रेस, जजपा, इनेलो आदि अपने उम्मीदवारों के नाम फाइनल करने पर मंथन कर रहे हैं।
राष्ट्रीय पार्टी की बात की जाए तो बहुजन समाज पार्टी ने सबसे पहले नगरपरिषद चेयमैन पद के लिए विरेंद्र तंवर लुहारी जाटू की पत्नी कमलेश तंवर को उम्मीदवार बनाया है। मौखिक तौर पर आम आदमी पार्टी ने इंदु शर्मा को अपना उम्मीदवार तय कर लिया है पर अभी तक औपचारिक मुहर नहीं लगाई है। राजनीतिक दलों की सक्रियता को समझें तो अगले दो तीन दिन में इन दलों के उम्मीदवारों के नाम तय हो जाएंगे। चेयरमैन और पार्षदों का नामांकन 30 मई से शुरू हो रहा है।
भाजपा में उम्मीदवारों के नामों पर यूं चल रहा मंथन
सत्तासीन भाजपा के भरोसेमंद सूत्रों की बात करें तो टाप थ्री में विनोद चावला, विरेद्र कौशिक और पूर्व चेयरमैन भवानी प्रताप के परिवारों से महिला उम्मीदवारों के नामों पर मंथन चल रहा है। विनोद चावला मुख्यमंत्री के नजदीकी माने जा रहे हैं। पंजाबी समाज चेयरमैनी का हक मांगने को मुख्यमंत्री से मिलने की तैयारी कर रहा है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ और सांसद धर्मबीर सिंह चाहते हैं पार्टी का उम्मीदवार नप से जुड़ा हुआ नया व पुराना चेहरा न हो। उसकी छवि भी अच्छी हो। ऐसे में विरेंद्र कौशिक की तरफ उनका इशारा समझा जा सकता है।
पिछले दिनों ओपी धनखड़ जब भिवानी आए थे तो नप से जुड़े किसी पूर्व या वर्तमान सदस्य के घर चाय के लिए नहीं गए थे। भवानी प्रताप पूर्व चेयरमैन हैं। इनको विधायक घनश्याम सर्राफ का साथ मिला है। इसके अलावा दो केंद्रीय मंत्री एवं मजबूत राजपूत नेताओं ने भी इनके नाम की सिफारिश की है। ऐसा बताया जा रहा है। इन तीन नामों में से पार्टी उम्मीदवार तय करती है या किसी और की लाटरी लगती है अगले दो-तीन दिन में इस पर मुहर लग जाएगी।
कांग्रेस में ज्यादा मारामारी नहीं
कांग्रेस ने निकाय चुनाव में बादली के विधायक कुलदीप वत्स को प्रभारी बनाया है। ऐसे में ब्राह्मण समाज की लाबी भी सक्रिय हो गई है। चाहे जो हो फिलहाल चेयरपर्सन के उम्मीदवार की दावेदारी में पूर्व मंत्री रामभजन अग्रवाल के परिवार से मीनू अग्रवाल की पत्नी हैं। युवा कांग्रेस नेता अभिजीत लाल सिंह के परिवार से भी महिला उम्मीदवार आने की चर्चा है। इन नामों में से फाइनल होता है कोई नया चेहरा आता है इसके बारे में कांग्रेस एक या दो जून तक फाइनल कर सकती है।
ब्राह्मण या जाट कार्ड खेल सकती है जजपा
निकाय चुनाव में भाजपा के अलग से उतरने के निर्णय के बाद अब जजपा ने चेयरमैनी के लिए ताल ठोकने की तैयारी कर ली है। जजपा के सूत्र कहते हैं कि पार्टी जाट और ब्राह्मण कार्ड को ध्यान में रख कर नाम तय करने की तैयारी में है। ऐसे में पूर्व विधायक डा. शिवशंकर भारद्वाज और निवर्तमान पार्षद ईश्वर मान के परिवार से महिला उम्मीदवार के नाम पर मंथन हो रहा है। जजपा की प्रदेश स्तरीय बैठक में उम्मीदवार नाम पर अंतिम मुहर लग सकती है। इनेलो एक जून को होने वाली प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में उम्मीदवारों के नामों पर मंथन करेगी। फिलहाल पूर्व चेयरमैन विजय पंचगांव के परिवार की महिला उम्मीदवार के अलावा जिला अध्यक्ष इंदु परमार दौड़ में माने जा रहे हैं।
निर्दलीय भी ला रहे गर्माहट
शहर की चौधर के दंगल में निर्दलीय भी ताल ठोक रहे हैं। इनमें पिछड़ा वर्ग के नेता रमेश वर्मा की पुत्र वधु नेहा सोनी, मीना जांगड़ा, एडवोकेट प्रिया लेघां आदि कई उम्मीदवार चुनावी दंगल में ताल ठोकने के लिए तैयार हैं। अब चौधर किसके हाथ लगेगी यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
सीधे तौर पर चुनाव में भाग नहीं लेंगे
भिवानी बचाओ आंदोलन का चुनाव में अहम रोल रहेगा। इस आंदोलन के अग्रणी नेता सुशील वर्मा कहते हैं हम सीधे तौर पर चुनाव में भाग तो नहीं लेंगे पर शहर वासियों को यह जरूर बताएंगे नप में हुए घोटालों को जरूर याद रखें। सीधे या परोक्ष रूप से किसी का भ्रष्घ्टाचार से जुड़ाव है तो उससे जरूर किनारा करें।