Paddy Farming: किसानों के लिए खुशखबरी, धान की सीधी बिजाई करने पर मिलेंगे 7 हजार रुपये
हरियाणा में भू-जलस्तर लगातार गिरता जा रहा है। इससे बचने के लिए कृषि एवं किसान कल्याण विभाग किसानों को धान की सीधी बिजाई करने के लिए जागरूक कर रहा है। विभाग की ओर से ऐसा करने वाले किसानों को 7 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशी भी दी जाएगी।
कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। गिरते भू-जल स्तर को बचाने के लिए कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने कमर कस ली है। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने इस बार जिले में धान की सीधी बिजाई का लक्ष्य रखा है। विभाग के अधिकारी खंड स्तर पर गांव-दर-गांव जा कर किसानों को धान की सीधी बिजाई के लिए जागरूक करने में लगे हैं। गांव दर गांव जागरूकता शिविर लगा कर इसमें योगदान देने वाले किसानों को सरकार सात हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि देगी, ताकि किसान धान की सीधी बिजाई करने के लिए प्रेरित हों।
जिले के सात खंडों में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने 10 हजार एकड़ में धान की सीधी बिजाई का लक्ष्य रखा है। विभाग के आला अधिकारियों ने कृषि विकास अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने खंड में किसानों को जागरूक करें और धान की सीधी बिजाई के बारे में बताएं। जो किसान धान की जगह मक्का, दाल व अन्य फसल की पैदावार करेगा और यदि जमीन खाली छोड़ेगा। उसे सात हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। जो किसान सीधी बिजाई कर धान की पैदावार करेंगे। उन्हें चार हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
एक हजार एकड़ में सीधी बिजाई से धान की पैदावार करने का लक्ष्य
डा. सुशील ने कहा कि खंड के 42 गांवों में एक हजार एकड़ में सीधी बिजाई से धान की पैदावार कराने का लक्ष्य रखा गया है। गिरते भू जल स्तर को रोकने के लिए कम पानी की लागत वाली फसलों को तरजीह देनी होगी। यही नहीं भूमिगत जल दोहन रोकना होगा। कृषि विकास अधिकारी डा. विनोद कुमार ने बताया कि धान की सीधी बिजाई से 50 प्रतिशत पानी की बचत के साथ लागत कम आती है। इससे पैदावार को कोई खास असर नहीं पड़ता।
सरकार करे सीधी बिजाई से धान की अधिक पैदावार के बीज तैयार
किसान मनजीत सिंह, पूर्व सरपंच चरण सिंह, तरसेम सिंह, अमनदीप सिंह ने सरकार से मांग की है कि गिरते भू-जल स्तर को रोकने के लिए सीधी बिजाई से धान की अधिक पैदावार के बीज तैयार किए जाने चाहिए। इसके साथ ही फसल में कबाड़ कम करने के उपाय होने चाहिए, ताकि अधिक से अधिक किसान धान की सीधी बिजाई करें।