हरियाणा में 650 खेल नर्सरियां स्कूलों व निजी संस्थानों को देने की योजना, खेल विभाग करेगा निरीक्षण
सरकार ने निजी स्कूलों व संस्थाओं को प्रदेश में 650 खेल नर्सरियां देने की योजना बनाई है। अंबाला में भी 47 स्कूल चाहते हैं उनको खेल नर्सरी मिले। अब खेल विभाग करेगा निरीक्षण। अंबाला में खेल विभाग इन स्कूलों की खेल व्यवस्थाओं को देखकर अपनी रिपोर्ट मुख्यालय भेजेगा।
अंबाला, जागरण संवाददाता। हरियाणा में 650 खेल नर्सरियां स्कूलों व निजी संस्थानों को देने की योजना को जल्द ही धरातल पर उतार दिया जाएगा। जिला अंबाला की बात करें, तो 47 ऐसे स्कूल हैं, जिन्होंने अपने यहां पर खेल नर्सरियों के लिए खेल विभाग को आवेदन किया है। अब इसी को लेकर जिला खेल विभाग द्वारा इन स्कूलों का निरीक्षण किया जाएगा, जिसके बाद अपनी रिपोर्ट मुख्यालय भेजेगा। इसके बाद ही इन स्कूलों या संस्थाअों को खेल नर्सरी अलाट की जा सकेगी।
प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने खेल नर्सरियों के लिए दो योजनाएं तैयार की हैं। इसके तहत जहां खेल प्रशिक्षकों को खेल नर्सरियां दी गई, वहीं स्कूलों व संस्थाओं को भी यह नर्सरियां दी जानी हैं। खेल प्रशिक्षकों को जो नर्सरियां दी जानी हैं, उनके तो ट्रायल ले लिए गए हैं। अब स्कूलों को खेल नर्सरियां देने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। जिला के 47 स्कूलों ने इसके लिए आवेदन किया है। हालांकि बीते साल भी करीब 35 स्कूलों ने आवेदन किया था, लेकिन इस में से 28 स्कूलों की खेल नर्सरियों की सूची बनाकर खेल विभाग के मुख्यालय को भेजी थी। अब नए सिरे से इन खेल नर्सरियों को अलाट किया जाएगा। इन खेल नर्सरियों का पूरा कंट्रोल खेल विभाग के पास रहेगा। समय-समय पर इन खेल नर्सरियों का निरीक्षण भी खेल विभाग करता रहेगा।
दूसरी ओर जिन स्कूलों को यह खेल नर्सरियां अलाट की जाएंगी, उनमें शामिल होने के लिए खिलाड़ियों को ट्रायल देना होगा। इन खिलाड़ियों का बैटरी टेस्ट लिया जाएगा। इस टेस्ट में जो भी सफ्ल होगा, उसको ही खेल नर्सरी में शामिल किया जाएगा। बताया जाता है कि लड़के और लड़कियों को इन खेलों में शामिल किया जाएगा, जबकि खिलाड़ियों में मुकाबले भी करवाए जाएंगे। स्कूलों ने अधिकतर व्यक्तिगत खेलों में खेल नर्सरी के लिए आवेदन किया है, जबकि टीम ईवेंट में कम हैं। निरीक्षण से पहले स्कूलों को सभी खेल सुविधाएं जुटानी होंगी। माना जा रहा है कि स्कूलों के खुलने के साथ ही खेल नर्सरी अलाट करने की प्रक्रिया तेज होगी, जबकि जल्द ही इसके ट्रायल भी लिए जाएंगे।