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छात्राओं संग मनाया हैप्पी पीरियड्स डे, निजी स्वच्छता की दी सीख

पांच फरवरी को हैप्पी पीरियड्स डे मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य महिलाओं-बेटियों को जागरूक और संवेदनशील बनाना है। मासिक धर्म से जुड़े अंधविश्वासों और नकारात्मक सोच को खत्म करना है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 06 Feb 2021 07:56 AM (IST)Updated: Sat, 06 Feb 2021 07:56 AM (IST)
छात्राओं संग मनाया हैप्पी पीरियड्स डे, निजी स्वच्छता की दी सीख
छात्राओं संग मनाया हैप्पी पीरियड्स डे, निजी स्वच्छता की दी सीख

जागरण संवाददाता, पानीपत : बाल अधिकार सुरक्षा समिति के सदस्यों ने राजकीय उच्च विद्यालय नूरवाला और हुमाना संस्था ने संभावना स्कूल में हैप्पी पीरियड्स डे मनाया। रेड स्पॉट थीम पर आधारित कार्यक्रम में छात्राओं को निजी स्वच्छता की सीख देते हुए सैनेटरी पैड भी वितरित किए।

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समिति की सदस्य सुधा झा ने छात्राओं को बताया कि मासिक धर्म से जुड़ी झिझक को गर्व और खुशी में बदलने के लिए पांच फरवरी को 'हैप्पी पीरियड्स डे' मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य महिलाओं-बेटियों को जागरूक और संवेदनशील बनाना है। मासिक धर्म से जुड़े अंधविश्वासों और नकारात्मक सोच को खत्म करना है।

उन्होंने कहा कि इन खास दिनों में छात्राएं अपनी व्यक्तिगत साफ-सफाई का ध्यान रखें, ताकि किसी भी प्रकार के संक्रमण का शिकार न हों। अब तो स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी सैनिटरी पैड उपलब्ध कराए जाते हैं। इसलिए झिझक और शर्म त्यागें, सैनिटरी पैड मांगें या दुकान से खुद खरीदें। इस मौके पर शिक्षिका गीता, रीनू, सीमा, सोनिया, सपना, परवीन, पूजा, दीपिका मौजूद रहे।

जल संरक्षण पर निबंध और सुलेख प्रतियोगिता, नेहा रही प्रथम

संस, काबड़ी : गांव गढ़ी सिकंदरपुर व रामनगर में जल जीवन मिशन के अंतर्गत जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग व जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन हरियाणा के सहयोग से राजकीय स्कूल में कार्यक्रम हुआ। गढ़ी सिकंदरपुर में बच्चों के बीच प्रश्नोत्तरी और रामनगर में निबंध एवं सुलेख प्रतियोगिता का आयोजन करवाया गया। बच्चों ने जल संरक्षण विषय पर निबंध व सुलेख लिखकर लोगों को व्यर्थ में पानी न बहाने का आह्वान किया।

प्रतियोगिता में छात्रा नेहा कक्षा कक्षा रामनगर ने पहला, हिमांशु ने दूसरा व नेहा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। वहीं बीआरसी होशियार सिंह व रोशन लाल ने कहा कि गिरता भूजल स्तर हमारे लिए चिता का विषय है। इसके प्रति सभी को गंभीर होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमें पानी व्यर्थ में न बहाकर जरूरत के हिसाब से ही प्रयोग करना चाहिए, ताकि आने वाली पीढ़ी के सामने जल संकट पैदा न हो। उन्होंने जल जीवन मिशन के बारे विस्तृत चर्चा कर बच्चों को जल संरक्षण के बारे में जागरूक किया। साथ ही सीएम के संदेश को पढ़कर सुनाया जो जल जीवन मिशन के लक्ष्य को दर्शाता है। प्रतियोगिता के विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कृत भी किया गया।


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