Kisan Andolan: चढूनी ने कहा, किसान की समस्याओं को खत्म करने के लिए राजनीति का शुद्धिकरण जरूरी
भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरनाम सिंह चढूनी कुरुक्षेत्र के शाहाबाद पहुंचे। यहां पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सरकार किसानों की समस्याएं नहीं सुन रहीं। अन्य पार्टियों पर भी निशाना साधते हुए कहा कि अन्य पार्टियां भी दूध की धूली नहीं है।
कुरुक्षेत्र (शाहाबाद), संवाद सहयोगी। भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के अध्यक्ष गुरनाम ङ्क्षसह चढूनी ने कहा कि भाजपा अच्छी नहीं है, लेकिन अन्य पार्टियां भी दूध की धूली नहीं हैं। किसानों की समस्याओं को जड़ से खत्म करने के लिए अच्छे लोगों को राजनीति में लाकर राजनीति का शुद्धिकरण करना होगा।
वह बुधवार को शाहाबाद में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानून किसानों के हित में नहीं है। किसानों की मदद के लिए अच्छे लोगों का राजनीति में आना बेहद जरूरी है। इस समय किसान एकत्रित हैं। उन्हें कोई ऐसा निर्णय लेना चाहिए ताकि किसानों की सभी समस्याएं एक साथ खत्म हो जाए। उन्होंने प्रदेश में होने वाले पंचायत चुनावों में ऐसे उम्मीदवारों की मदद करने की बात कही है जो किसान आंदोलन में उनके साथ खड़े रहे हो। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनावों में किसानों के चुनाव लडऩे को लेकर अभी कोई फैसला नहीं किया गया है। पंचायत चुनाव छोटे व लोकल स्तर के चुनाव हैं।
पंजाब और उत्तर प्रदेश में शुरू करेंगे आंदोलन
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से सस्पेंड किए जाने पर उन्होंने कहा कि इससे उनकी विचारधारा नहीं बदलेगी और आज भी वह अपनी विचारधारा पर कायम हैं। उन्होंने कहा कि आंदोलन को पहले से भी सशक्त ढंग से लड़ा जा रहा है और जब तक कृषि कानून रद नहीं होते, तब तक यह जंग जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि 25 नवंबर 2020 को जब आंदोलन की शुरूआत हुई थी तो भाकियू की रणनीति थी कि वह हर बाधा को पार कर आगे बढ़ेंगे जबकि पंजाब की रणनीति थी कि जब भी उन्हें रोका जाएगा वह रुक जाएंगे।