GST काउंसिल ले सकती है बड़ा फैसला, टेक्सटाइल उत्पादन के लिए कम हो सकता है टैक्स Panipat News
जीएसटी काउंसिल की 18 को बैठक होनी है। हरियाणा चैंबर ऑफ कॉमर्स ने दरें कम करने का सुझाव दिया है। टैक्स कम होने से कारोबार भी बढ़ेगा।
पानीपत, जेएनएन। गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) काउंसिल की बैठक 18 दिसंबर को नई दिल्ली में होगी। व्यापारियों को उम्मीद है कि बैठक टेक्सटाइल पर जीएसटी की दरों में कमी हो सकती है। हरियाणा चैंबर ऑफ कॉमर्स ने जीएसटी की दरें एक फीसद करने की मांग रखी थी।
वर्तमान में जीएसटी की अलग-अलग दरें लागू है। 950 रुपये के कंबल तक पांच और इससे अधिक कीमत के कंबल पर 12 फीसद जीएसटी है, जिससे कारोबारी परेशान है। पानीपत का कंबल फेरी वाले बेचते हैं। जो जीएसटी में कवर नहीं होते। हैंडलूम उत्पाद बेडशीट आदि पर पांच फीसद जीएसटी है। व्यापारियों का कहना है कि जीएसटी की दरें कम होने पर कारोबार बढ़ेगा। हैंडलूम व्यापारियों को रिफंड का इंतजार भी है। इससे उनकी पूंजी फंस रही है।
टेक्सटाइल उद्योग में सबसे ज्यादा रोजगार
हैंडलूम बाजार के महासचिव तरुण नागपाल का कहना है कि टेक्सटाइल उद्योगों में कृषि के बाद सबसे अधिक रोजगार मिल रहा है। इस उद्योग को बचाने के लिए जीएसटी की दर एक फीसद होनी चाहिए। रिफंड दिलाया जाए। जीएसटी काउंसिल के मीटिंग ऐसे समय में हो रही है जब जीएसटी संग्रह उम्मीद से कम रहने से चिंता बढ़ी हुई है।
टैक्स कम होगा तो कारोबार बढ़ेगा
हरियाणा चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रधान विनोद खंडेलवाल का कहना है कि टैक्स की दरें कम होने से कारोबार बढ़ेगा। जिससे राजस्व अपने आप बढ़ जाएगा। जीएसटी काउंसिल ने राजस्व बढ़ाने के लिए जीएसटी आयुक्तों से सुझाव भी मंगवाए हैं।
टॉप टैक्स अदा करने वालों पर विशेष ध्यान
प्रदेश में जीएसटी विभागों में 250 टॉप टैक्स पेयर की सूची बनाई गई है। जिन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। यदि इनमें से कोई डिफाल्टर होता है तो उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाती है। पूरे देश में जीएसटी रिकवरी के मामले में प्रदेश ने अच्छा प्रदर्शन किया था। पिछले महीने में अकेले पानीपत में 31 फीसद की वृद्धि हुई थी।
70 लाख की रिकवरी
जीएसटी उपायुक्त आरआर नैन का कहना है कि नवंबर माह में रोड साइड चेङ्क्षकग में 70 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया है। पिछले वर्ष की तुलना में पानीपत ने अप्रैल से लेकर अक्टूबर तक 31 फीसद जीएसटी अधिक हासिल किया है।