मौलिक कर्तव्य याद दिलाने 260 किमी. की यात्रा पर निकली तिकड़ी
संविधान की 70वीं वर्षगांठ को सेलिब्रेट करने आम जनमानस को मौलिक कर्तव्यों की याद दिलाने के लिए तिकड़ी दिल्ली से चंडीगढ़ (260 किमी.) की साइकिल यात्रा पर निकली है। संविधान की 70वीं वर्षगांठ को सेलिब्रेट करने आम जनमानस को मौलिक कर्तव्यों की याद दिलाने के लिए तिकड़ी दिल्ली से चंडीगढ़ (260 किमी.) की साइकिल यात्रा पर निकली है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : संविधान की 70वीं वर्षगांठ को सेलिब्रेट करने, आम जनमानस को मौलिक कर्तव्यों की याद दिलाने के लिए तिकड़ी दिल्ली से चंडीगढ़ (260 किमी.) की साइकिल यात्रा पर निकली है।
इसमें न्यायपालिका कर्मचारी एवं मुख्य रनर राजू पटेल, सेना के नायक कल्लू तिवारी, प्रदेश के धावक महेंद्रगढ़ हमीरपुर निवासी अमन शामिल हैं।
7 दिसंबर को यह यात्रा दिल्ली हाई कोर्ट से चली थी। करीब 50 जजों ने सिंघु बॉर्डर तक साइकिल यात्रा की थी। रविवार को यात्रा पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस पहुंची, जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण(डीएलएसए) की ओर से स्वागत किया गया। प्राधिकरण के सचिव एवं सीजेएम मनोज कुमार राणा सोमवार की सुबह करीब 10 बजे मैराथन को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। 12 दिसंबर को पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट पहुंचेगी।
राजू पटेल ने बताया कि यात्रा में उनका 50-60 हजार रुपये का खर्च आएगा। देश-समाज, पर्यावरण, नदियों-तालाबों की रक्षा के लिए जनमानस आगे आए। बच्चों को शिक्षित बनाएं, यात्रा का यही उद्देश्य है। ऐसे बना मैराथन का प्लान
राजू पटेल ने बताया कि वे पहले भी सामाजिक मुद्दों को लेकर दौड़ते रहे हैं। एक दिन वे पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट के न्यायाधीश एएस ग्रेवाल के साथ थे। उनसे इस मैराथन के विषय में जिक्र किया। उन्होंने दिल्ली हरियाणा, दोनों राज्यों की हाई कोर्ट से अनुमति दिलाई। राष्ट्रीय विधिक सेवाएं प्राधिकरण दिल्ली, हरियाणा विधिक सेवाएं प्राधिकरण और पंजाब विधिक सेवाएं प्राधिकरण ने मैराथन को अपने प्रोजेक्ट में शामिल किया है।