जमीन पर रखे ट्रांसफार्मर और बिजली मीटर
वार्ड नंबर पांच की गलियों में जमीन पर रखे ट्रांसफार्मर और महज छह इंच ऊपर लगे बिजली मीटर से हादसों का खतरा बना है।
जागरण संवाददाता, पानीपत: वार्ड नंबर पांच की गलियों में जमीन पर रखे ट्रांसफार्मर और महज छह इंच ऊपर लगे बिजली मीटर से हादसों का खतरा बना है। कई बेसहारा पशु करंट की चपेट में आने के कारण जान गंवा चुके हैं। कॉलोनीवासियों को बच्चों के करंट की चपेट में आने का डर सताता है। विभागीय अधिकारियों को शिकायत देने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई।
विजय नगरवासी ईश्वर, विजय, मनोज, कर्ण सिंह, राममेहर, पुरुषोत्तम, मनोज, सुनीता, गुड्डी, सावित्री, बिमला, मुन्नी और माया ने बताया कि जून 2018 में नगर निगम ने गलियों का निर्माण कराया था। तब गलियों का लेवल लगभग सात फुट ऊंचा उठाकर मैन सड़क के बराबर किया गया। बिजली के खंभे सात फुट नीचे जमींदोज हो गए। कॉलोनी में लगे अधिकतर ट्रांसफार्मर जमीन पर ही रखे हैं। गली में खेल रहे बच्चे बिजली मीटर के छेड़ने लगते हैं। बच्चों को करंट लगने का डर खतरा बना रहता है। आठ फीट की ऊंचाई पर लटक रहे तार
विजय नगर वासी सुनील ने बताया कि पार्क के पास हाईटेंशन तार महज आठ फीट की ऊंचाई पर लटक रहे हैं। केबल उससे भी दो फीट नीचे आ गई है, जो भारी वाहनों में अड़ जाती है। कई बार मांग उठाने के बावजूद भी अधिकारी ट्रांसफार्मर, बिजली मीटर और खंभों को ऊंचा नहीं उठवा रहे। गलती निगम का भरना पड़ा जुर्माना
चालक सोनू ने बताया कि शिकायत करने के बावजूद बिजली निगम के अधिकारी तार को ऊंचा नहीं उठाते। लगभग छह माह पहले कैंटर में एबीपी केबल अटकने के कारण चार खंभे टूट गए थे। बिजलीकर्मियों ने उसकी गलती ठहरा कर लगभग 60 हजार रुपये जुर्माना लगा दिया। खंभे नीचे होने के बावजूद निगम अधिकारी हादसा होने पर अपनी गलती नहीं मानते। वर्जन :
अधिकारी कर रहे कॉलोनी में मौत होने का इंतजार
मैंने फरवरी 2019 में बिजली मीटर और ट्रांसफार्मर ऊंचे उठाने के लिए अधिकारियों को पत्र दिया था। कई बार एसई को भी मिलकर हालातों से अवगत कराया। आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। शायद अधिकारी कॉलोनी में करंट की चपेट में आने से किसी आमजन की मौत होने का इंतजार कर रहे हैं।
अनिल बजाज, पार्षद, वार्ड-5