सरकारी स्कूल गुलजार, सीबीएसई के बच्चों को अभी इंतजार
जागरण संवाददाता पानीपत शिक्षा निदेशालय के निर्देश के बाद सोमवार से राजकीय विद्यालयों में
जागरण संवाददाता, पानीपत : शिक्षा निदेशालय के निर्देश के बाद सोमवार से राजकीय विद्यालयों में नौवीं से 12वीं तक की कक्षाओं का संचालन किया गया। सुबह नौ से 12 बजे तक विद्यार्थियों ने पढ़ाई की। हालांकि सीबीएसई स्कूलों ने कक्षाएं नहीं लगाई। सीबीएसई के बच्चे केवल विषय समझने के लिए ही पहले की तरह स्कूल पहुंचे। राजकीय स्कूलों में भी पहले दिन विद्यार्थियों की उपस्थिति कम ही रही।
शिक्षकों का मानना है कि धीरे-धीरे बच्चों को स्कूल आने की आदत पड़ेगी। हालांकि स्कूलों की ओर से नौवीं से 12वीं तक के सभी विद्यार्थियों को मैसेज किया गया था, लेकिन पहला दिन होने के कारण अधिकतर को कक्षाएं लगने की जानकारी नहीं थी। स्कूलों में विद्यार्थियों के प्रवेश से पूर्व थर्मल स्कैनिग की गई, हाथों को सैनिटाइज कराया गया और कक्षाओं को दो गज दूरी का पालन किया गया। ताकि कोरोना को दूर रखा जा सके। शिक्षा विभाग की ओर से विद्यालयों का निरीक्षण कर कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित किया गया। मॉडल संस्कृति स्कूल, लाल बत्ती जीटी रोड
प्रधानाचार्य राजेंद्र सिंह ने बताया कि सोमवार को विद्यालय में सुपर 100 बैच की भी परीक्षा थी। परीक्षा 11 बजे से शुरू हुई। इस कारण नौवीं से 12वीं तक की कक्षाओं का संचालन 10:30 बजे तक ही किया गया। हालांकि पहले दिन करीब 20 फीसद विद्यार्थी ही उपस्थित हुए। विभाग से प्राप्त निर्देशानुसार कोरोना गाइडलाइन का पालन किया गया। वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, उझा
प्रधानाचार्य हिरामल ने बताया कि पहले दिन नौवीं से 12वीं तक के करीब 25 फीसद विद्यार्थी उपस्थित रहे। हालांकि विभाग के निर्देशानुसार विद्यार्थियों की हाजिरी नहीं ली गई। सभी विद्यार्थियों को कक्षाएं लगने की सूचना दी गई थी, लेकिन जानकारी के अभाव में अधिकर बच्चे नहीं पहुंचे। धीरे-धीरे विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ने की उम्मीद है। वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सिठाना
प्रधानाचार्य सुमेर सिंह ने बताया कि पहले दिन करीब 45 फीसद विद्यार्थी उपस्थित रहे। इससे पहले भी नौवीं से 12वीं तक के काफी विद्यार्थी अपनी-अपनी समस्याएं लेकर पहुंच रहे थे। अब सोमवार से नियमित कक्षाएं शुरू हुई तो काफी विद्यार्थियों ने पढ़ाई में रूचि दिखाई है। अभिभावक भी बच्चों को स्कूल भेजने के पक्ष में हैं। कोविड-19 की सभी गाइडलाइन का पालन किया गया। सदानंद बाल विद्या मंदिर, किशनपुरा
प्रधानाचार्य सुधा रानी ने बताया कि करीब 50 फीसद बच्चे उपस्थित रहे। शिफ्ट में नौवीं से 12वीं तक की कक्षाओं का संचालन किया गया। ताकि कोरोना की गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया जा सके। प्रवेश से पहले थर्मल स्कैनिग और हाथों को सैनिटाइज किया गया। उन्होंने बताया कि अधिकतर अभिभावक छोटी कक्षाओं के संचालन के पक्ष में हैं। सीबीएसई स्कूलों में नहीं लगीं कक्षाएं
शिक्षा विभाग के आदेश के बाद भी सीबीएसई स्कूलों में कक्षाएं नहीं लगाई गई। निजी स्कूल संचालकों का कहना है कि उनकी ऑनलाइन कक्षाएं अच्छे से संचालित हो रही हैं। आदेश में यह साफ लिखा हुआ है कि अभिभावकों की अनुमति के बिना बच्चों को स्कूल नहीं बुला सकते है। अभी भी करीब 92 फीसद अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने के पक्ष में नहीं है। इस कारण सीबीएसई स्कूलों में नौवीं से 12वीं तक की कक्षाएं नहीं लगाई गई।