सामने आई पार्षद चंचल, विधायक-सांसद पर लगाए साथ न देने के आरोप
पार्षद चंचल सहगल पहली बार मीडिया के सामने आई। चंचल ने कहा कि उनके पति विजय ने विधायक सांसद के चुनाव में साथ दिया।
पानीपत, जेएनएन। फर्जी तरीके से रजिस्ट्री कराने मामले में फंसे पार्षद पति विजय सहगल और उसके पिता दौलत राम की पुलिस को तलाश है। इस बीच, पार्षद चंचल सहगल पहली बार मीडिया के सामने आई। चंचल ने कहा कि उनके पति विजय ने विधायक, सांसद के चुनाव में साथ दिया। अब उनकी कोई मदद नहीं कर रहा। उनके पति पर गलत आरोप लगाए गए हैं। उन्हें फंसाया जा रहा है।
पार्षद चंचल सहगल ने कहा कि परिवार के लोगों से पुलिस रोजाना पूछताछ करने घर पहुंच जाती है। सिटी थाना पुलिस परिवार के कई सदस्यों को कई बार पूछताछ के लिए थाने ले जा चुकी है। कई घंटे तक हवालात में बैठाया जाता है। वह भाजपा के कई नेताओं को इस मामले से साथ देने की गुहार लगा चुकी है लेकिन कोई नेता उनका साथ नहीं दे रहा।
बता दें कि पुलिस इस मामले में आरोपित विजय सहगल के भाई सोनू को जेल भेज चुकी है। कैसे पता मिल रही धमकियां पार्षद चंचल सहगल ने बताया कि उनकी पति से बातचीत नहीं हो पा रही। आखिरी बार पति ने बातचीत में बताया था कि थाना शहर पुलिस ने उनके बयान लिए हैं। विजय सहगल को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं।
ये है मामला
विजय सहगल पर आरोप है कि उन्होंने पिता दौलतराम के नाम से फर्जी कागत तैयार कराए। फिर पिता दौलतराम को सरकारी जमीन का मालिक दिखाकर जमीन अपने नाम करा ली। फिलहाल हाई कोर्ट में जमानत याचिका पर सुनवाई होनी है।