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Haryana के लिए खुशखबरी, एनएच-44 का सुंदरीकरण, सहारनपुर-कुरुक्षेत्र स्टेट हाईवे भी होगा फोरलेन

300 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग का सुंदरीकरण होगा और सहारनपुर-कुरुक्षेत्र स्टेट हाईवे को फोरलेन किया जाएगा। राजमार्ग के लिए काम शुरू हो चुका है।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Wed, 12 Feb 2020 11:45 AM (IST)Updated: Wed, 12 Feb 2020 11:45 AM (IST)
Haryana के लिए खुशखबरी, एनएच-44 का सुंदरीकरण, सहारनपुर-कुरुक्षेत्र स्टेट हाईवे भी होगा फोरलेन
Haryana के लिए खुशखबरी, एनएच-44 का सुंदरीकरण, सहारनपुर-कुरुक्षेत्र स्टेट हाईवे भी होगा फोरलेन

पानीपत, जेएनएन। हरियाणा के लिए खुशखबरी है। एनएच 44 यानी राष्ट्रीय राजमार्ग जीटी रोड का सुंदरीकरण किया जाएगा, जबकि सहारनपुर-कुरुक्षेत्र स्टेट हाईवे फोरलेन होगा। जीटी रोड पर सफर और सुहाना हो इसके लिए एक्सप्रेस वे की तरह योजना बनाई गई है। पानीपत से लेकर जालंधर तक 300 किमी के लिए 4700 करोड़ रुपये मंजूर हो चुके हैं। सोमा रोडिज कंपनी ने काम शुरू करा दिया है। 

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फोरलेन के लिए पीडब्ल्यूडी ने सरकार को प्रपोजल भेजा

सहारनपुर-कुरुक्षेत्र स्टेट हाइवे को फोरलेन किए जाने की तैयारी शुरू हो गई है। पीडब्ल्यूडी ने प्रपोजल तैयार कर राज्य सरकार को भेज दिया है। हालांकि पहले यह नेशनल हाइवे अथॉरिटी के कार्यक्षेत्र में था, लेकिन अब पीडब्ल्यूडी को हैंड ओवर कर दिया गया है। मार्ग की चौड़ाई 14 मीटर जो जाएगी। यह अभी 10 मीटर है। बीच में एक मीटर का डिवाइडर होगा। यमुनानगर बाइपास से लेकर रादौर के सांगीपुर तक फोरलेन किए जाने की योजना है। इस परियोजना के सिरे चढऩे के बाद हादसों की संभावना कम हो जाएगी। साथ ही सड़क पर जाम लगने की समस्या से भी निजात मिलेगी। अधिकारियों के मुताबिक जल्दी ही यह योजना सिरे चढ़ जाएगा।   

 

कई राज्यों का है संबंध

दिल्ली, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश के लोग भी यहां से होकर गुजरते हैं। इस मार्ग पर वाहनों का दबाव बढ़ता जा रहा है। शायद ही कोई दिन बीतता है जिस दिन सड़क दुर्घटना न हो। वर्ष 2017 तक जहां मार्ग से 19 हजार वाहन प्रतिदिन गुजरते थे। वर्ष 2020 में 26 हजार 585 वाहनों का आवागमन होता है। एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में अकसर जाम की स्थिति रहती है। सुबह के समय चालक जाम का ज्यादा सामना करते हैं। मार्ग की चौड़ाई कम होने के कारण वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।  

भारी वाहनों की संख्या भी कम नहीं 

सहारनपुर-कुरुक्षेत्र मार्ग पर ओवरलोड वाहनों की संख्या भी कम नहीं है। रेत-बजरी से लदे वाहन हर दिन भारी संख्या में दिल्ली सहित अन्य राज्यों में जाते हैं। खनन खुलने के बाद इनकी संख्या में कई गुणा बढ़ोतरी हुई है। खनन सामग्री लेकर जाने वाले वाहन सबसे ज्यादा हादसे का कारण बनते हैं।

कुरुक्षेत्र सहारनपुर मार्ग अब पीडब्ल्यूडी के कार्यक्षेत्र में है। इसको फोरलेन करने की योजना है। प्रपोजल बनाकर राज्य सरकार को भेज दिया गया है। हमारा प्रयास है कि जल्द यह परियोजना सिरे चढ़ जाए। 

ऋषि सचदेवा, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी। 


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